इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) के सेंधवा इंदौर से गुजरने वाले ट्रकों (trucks) से लगातार अवैध वसूली (Illegal recovery) की जा रही है। इस सिलसिले में कई बार शिकायत किए जाने के बाद भी अब तक उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। जिसको लेकर अब ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने इस मामले की शिकायत मंत्री तुलसी सिलावट से की है।
दरअसल ट्रक ऑपरेटर और ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (Transport Association) ने सेंधवा परिवहन चेकपोस्ट पर लगातार अवैध वसूली को लेकर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट (tulsiram silawat) को पत्र लिखा है। जिसमें ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन इंदौर ने पदाधिकारियों द्वारा परिवहन नियमों का डर बताकर लगातार की जा रही गुंडागर्दी और वहां से चालकों को प्रताड़ित करने के विषय में उचित कार्रवाई की मांग की है।
इस मामले में ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन का कहना है कि पिछले 20 माह से समस्त परिवहन चेकपोस्ट पर अवैध वसूली चलती आ रही है। इसके साथ ही साथ चालक भाइयों को प्रताड़ित किया जा रहा है। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने बताया कि सेंधवा परिवहन चेकपोस्ट पर पोस्ट प्रभारी डी पी पटेल द्वारा सभी चालकों को डराया एवं धमकाया जा रहा है। इसके साथ ही उनसे अवैध वसूली की जा रही है।
एसोसिएशन ने यह भी कहा कि इस मामले की शिकायत परिवहन विभाग के समस्त अधिकारियों सहित संभाग आयुक्त पवन कुमार शर्मा, जिलाधीश, पुलिस अधीक्षक जिला बड़वानी को भी की गई। मगर अब तक कोई कार्यवाही एवं जांच नहीं की गई है।
इसके साथ ही एसोसिएशन आरोप लगाया कि चौकी से गुजरने वाली है खाली ट्रकों पर भी अक्सर 1000 से 3000 तक की अवैध वसूली की जाती है। वही दिन भर में चौकी से 2000 ट्रकें गुजरती है जिसे प्रतिदिन करीबन 70 लाख रुपए की वसूली की जा रही है।
इससे पहले इंदौर के ऑपरेटर एवं ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सी एल मुकाती ने भाजपा नेता विनय सहस्त्रबुद्धे को पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने प्रदेश के परिवहन निरीक्षक के द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार को लेकर शिकायत की।पत्र में उन्होंने कहा था कि परिवहन निरीक्षक के द्वारा विनय सहस्त्रबुद्धे के नाम का इस्तेमाल कर अवैध वसूली की जा रही है।हालाँकि सहस्त्रबुद्धे ने इससे इंकार किया था।
इस मामले में एसोसिएशन ने जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट से भ्रष्ट एवं गुंडागर्दी करने वाले अधिकारियों की जांच कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है और इसके साथ ही साथ अवैध तरीके से अर्जित की गई उनकी संपत्तियों की जांच कराने की भी मांग एसोसिएशन पूर्व मंत्री तुलसी सिलावट से की है।