बडवानी, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बड़वानी जिले (Badwani Distriict) में कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने बड़ी कार्रवाई की है। बड़वानी कलेक्टर ने ठीकरी-अंजड मार्ग पर एक भूमि का दुबारा आपसी सहमति से भू-अर्जन की कार्यवाही रूकवाने में सफलता प्राप्त की और शासन के 1 करोड़ 8 लाख का मुआवजा बचाए है। वही बड़वानी कलेक्टर (Badwani Collector) ने इस पूरे मामले से संबंधित पटवारी महेन्द्र गुप्ता को तत्काल प्रभाव से निलंबित (Suspended) कर जांच शुरु कर दी है। वहीं एनएच सहित राजस्व विभाग के अन्य कर्मियों, पदाधिकारियों पर भी कठोर कार्यवाही के लिए छानबीन शुरु कर दी है।
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बड़वानी कलेक्टर कार्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार, ठीकरी-अंजड मार्ग निर्माण के लिए कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राज मार्ग संभाग इन्दौर के पक्ष में भूमि क्रय करने की कार्यवाही भूमि स्वामि रहुफ पिता गफुर खान निवासी पिपरी की सर्वे नम्बर 45/1 भूमि के 0.027 हेक्टर भूमि के लिये 1 करोड़ 8 लाख रूपये का मुआवजा प्रकरण प्राप्त हुआ था ।इस प्रकरण में छानबीन करने पर पाया गया कि खातेदार रहुफ की ग्राम पिपरी में स्थित इस भूमि को रोड़ बनाने हेतु 30 सितम्बर 2008 को 0.670 हेक्टर भूमि का अधिगृहण किया गया था । उस समय इस भूमि का मुआवजा 5 लाख 9 हजार 300 रूपये दिया गया था ।
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वर्तमान में एनएच ठीकरी – अंजड मार्ग निर्माण के लिए पुनः इसी सर्वे की भूमि के 0.027 हैक्टर जो पूर्व में अधिगृहित रकबे का शेष भाग है। उसे पुनः आपसी सहमति से क्रय निति के तहत अधिग्रहण करने का प्रस्ताव तत्कालिक पटवारी पिपरी महेन्द्र गुप्ता द्वारा बनाकर प्रस्तुत किया गया। जिसका मुआवजा 1 करोड 8 लाख रूपये बना।इस पर से कलेक्टर ने जहाॅ संबंधित पटवारी महेन्द्र गुप्ता को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है। वहीं लोक निर्माण विभाग (PWD), राजस्व विभाग के अन्य कर्मियों, पदाधिकारियों के भी मिली भगत और पदेन दायित्वों का निर्वहन अच्छी तरह से नहीं करने पर उनकी भूमिका की जांच शुरु कर दी है।