WFI : खेल मंत्रालय ने पहलवानों के विरोध के चलते भारतीय कुश्ती संघ को निलंबित कर दिया है और नव निर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह की मान्यता को रद्द कर दिया है। गौरतलब है की बृज भूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह के अध्यक्ष चुने जाने के बाद ओलंपियन पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास की घोषणा कर दी थी और ओलंपियन पहलवान बजरंग पुनिया ने अपना पद्म श्री लौटा दिया था।
वहीं नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह द्वारा इस साल के अंत से पहले नंदिनी नगर, गोंडा (यूपी) में अंडर-15 और अंडर-20 राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के आयोजन की घोषणा के बाद केंद्रीय खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ की नवनिर्वाचित संस्था को निलंबित कर दिया है।
मैंने कुश्ती छोड़ दी है पर कल रात से परेशान हूँ वे जूनियर महिला पहलवान क्या करें जो मुझे फ़ोन करके बता रही हैं कि दीदी इस 28 तारीख़ से जूनियर नेशनल होने हैं और वो नयी कुश्ती फेडरेशन ने नन्दनी नगर गोंडा में करवाने का फ़ैसला लिया है।
गोंडा बृजभूषण का इलाक़ा है। अब आप सोचिए कि…— Sakshee Malikkh (@SakshiMalik) December 23, 2023
साक्षी ने किया ट्वीट
नये भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव के बाद जूनियर नेशनल गेम्स गोंडा में करवाने की घोषणा कर दी जिसके बाद साक्षी मलिक ने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने उन महिला पहलवानों की चिंता जताई जो उनसे फोन पर कुछ सवाल कर रही थी साक्षी ने ट्वीट किया- “मैंने कुश्ती छोड़ दी है पर कल रात से परेशान हूँ, वे जूनियर महिला पहलवान क्या करें जो मुझे फ़ोन करके बता रही हैं कि दीदी इस 28 तारीख़ से जूनियर नेशनल होने हैं और वो नयी कुश्ती फेडरेशन ने नन्दनी नगर गोंडा में करवाने का फ़ैसला लिया है।”
साक्षी ने आगे लिखा “गोंडा बृजभूषण का इलाक़ा है। अब आप सोचिए कि जूनियर महिला पहलवान किस माहौल में कुश्ती लड़ने वहाँ जाएँगी। क्या इस देश में नंदनी नगर के अलावा कहीं पर भी नेशनल करवाने की जगह नहीं है क्या समझ नहीं आ रहा कि क्या करूँ ”
माना जा रहा है कि पहलवानों के लगातार बढ़ते विरोध और कांग्रेस सहित देश के अधिकांश लोगों द्वारा पहलवानों का समर्थन करने से सरकार को बैक फुट पर आना पड़ा है, खेल मंत्रालय ने फिलहाल कुश्ती संघ को निलंबित कर संजय सिंह की मान्यता रद्द कर दी यानि उनका निलंबन रद्द कर दिया और संग द्वारा लिए गए सभी फैसलों पर रोक लगा दी है।