भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। देश के चार बड़े राज्य में विधानसभा चुनाव (assembly election) को लेकर सियासत गरमाई हुई है। वही सीटों के बंटवारे से लेकर पार्टी प्रत्याशियों तक के बयान राजनीति गलियों में चिंता का कारण बने हुए हैं। ऐसी स्थिति में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए बंगाल (bengal) में भाजपा (bjp) ने अपनी फजीहत करा ली है। दरअसल बीते दिनों पश्चिम बंगाल में आगामी चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने 157 उम्मीदवारों की लिस्ट (candidate list) जारी की। लेकिन इन लिस्ट में दो ऐसे प्रत्याशी को शामिल कर दिया। जिन्होंने बीजेपी की तरफ से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। वही मामला तो तब गरमाया जब बीजेपी ने बिना पार्टी में शामिल हुए कांग्रेस नेता की पत्नी को पार्टी का उम्मीदवार बना दिया।
दरअसल भाजपा ने कांग्रेस के दिग्गज नेता की पत्नी को पार्टी में शामिल हुए बिना ही विधानसभा चुनाव का टिकट दिया है। गुरुवार को बंगाल बीजेपी ने 157 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में शिखा मित्रा को उम्मीदवार बनाया गया है, जो पश्चिम बंगाल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोमेन मित्रा की पत्नी हैं।
जिसके बाद अब मध्य प्रदेश आदिवासी कांग्रेस के चेयरमैन अजय शाह ने BJP पर निशाना साधा है। अजय शाह ने कहा कि आज बंगाल में बीजेपी एक विधवा की इज्जत का मजाक बना रही है। बीजेपी में 90% उम्मीदवार तृणमूल पार्टी के छोड़े हुए लोग हैं। अब ऐसी स्थिति में बीजेपी के दफ्तर में आग लगाई जा रही हैं। बीजेपी के कार्यकर्ता TMC से आए उम्मीदवारों पर जानलेवा हमला कर रहे हैं। बंगाल में बीजेपी की स्थिति बेहद गंभीर है।
वही अब इस बात पर शिखा मित्रा ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शिखा मित्रा का कहना है कि उन्होंने कभी BJP ज्वाइन ही नहीं किया तो बीजेपी उन्हें उम्मीदवार कैसे बना सकती है। इतना ही नहीं शिखा मित्रा का कहना है कि ऐसा कर कर BJP ने उनके स्वर्गीय पति की आत्मा का अपमान किया है। इतना ही नहीं शिखा मित्रा का कहना है कि सूची में मेरा नाम घोषित किया गया है जबकि बीजेपी हम से पूरी तरह से अलग है। उनका प्लेटफार्म अलग है। विचारधारा अलग है मैं भाजपा में शामिल कैसे हो सकती हूं।
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इतना ही नहीं शिखा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि एकदम नई बात है। वहीं उन्होंने शुभेंदु अधिकारी पर चर्चा करते हुए कहा कि मेरे पास भाजपा में शामिल होने का ऑफर लेकर शुभेंदु ही आए थे लेकिन मैंने उन्हें पूरी तरह से मना कर दिया था लगता है कि बीजेपी के पास अब उम्मीदवार नहीं है। इसलिए बंगाल में वह ऐसा कर रही है।
हालांकि यह पहला मामला नहीं है। जब बीजेपी ने उम्मीदवार चयन में ऐसी गलती की है। इससे पहले केरल विधानसभा में भी एक कांग्रेस से नेता के परिवार को टिकट देकर बीजेपी का उम्मीदवार बनाया गया था। वही शिखा मित्रा के अलावा भाजपा TMC विधायक माला सिन्हा के पति तरुण सिन्हा का भी नाम पार्टी प्रत्याशी के तौर पर शामिल किया है। जिसके बाद तरुण सिन्हा का कहना है कि उन्होंने टिकट लेने से इनकार कर दिया है वह पूरी तरह से अपनी पार्टी तृणमूल के साथ खड़े हैं।
हालांकि इस बारे में बीजेपी कुछ भी कहे लेकिन बंगाल सहित पूरे देश में उसकी किरकिरी हो गई है। वहीं विपक्षी यह बात कहने पर उतारू हो गए हैं कि बंगाल में बीजेपी के पास उम्मीदवार नहीं बचे हैं। जिस कारण से वह अन्य पार्टियों के उम्मीदवार और उनके परिवार वाले को निशाना बनाकर पार्टी में शामिल कर रही है।