सुशील खरे/रतलाम। एक तरफ कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में घमासान मचा है तो दूसरी तरफ छोटे नेता और कार्यकर्ता भी पार्टी की छवि खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। ताज़ा मामला रतलाम का है जहां ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ने कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य को सरेआम रतलाम में रहने लायक नहीं छोड़ने की धमकी दी है।
इस महाविद्यालय में भवन निर्माण के दौरान खुदाई में दीवार ढहकर नाले में गिर गई थी। नाले से दीवार का मलबा तो हटा दिया गया लेकिन एनएसयूआई पदाधिकारी दीवार को फिर बनाने और गंदगी साफ करवाने की मांग को लेकर प्राचार्य से मिलने पहुंचे थे। वे प्राचार्य डॉ आर के कटारे को को ज्ञापन दे ही रहे थे कि उसी दौरान प्राचार्य ने ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष विजय सिंह चौहान को उनके नाम से पुकार लिया। बस इतना सुनना था कि विजय चौहान बुरी तरह भड़क गए और प्राचार्य से ऊंची आवाज़ में बात करने लगे, इस दौरान उन्होने शालीनता की सारी हदें पार कर दी। वो कहने लगे कि मुझे विजय जी कहिये, जब प्राचार्य ने कहा कि आप स्टूडेंट रह चुके हैं तो ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष और अधिक बदसलूकी पर उतर आए। इतना ही नहीं उन्होने प्राचार्य को ये धमकी भी दे डाली कि वो उन्हें रतलाम में रहने लायक नहीं छोड़ेंगे। मामला यहीं खत्म नहीं हुआ, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ने निर्माण एजेंसी पीआईयू के अधिकारी को भी एफआईआर करने की धमकी दे दी। इस पूरे मामले में प्राचार्य काफी देर तक उन्हें समझाने की कोशिश करते रहे, लेकिन विजय चौहान पर पद का नशा इस कदर हावी था कि उन्होने न तो प्राचार्य के पद का सम्मान किया न उम्र का।