भोपाल।
गुरुवार को मध्यप्रदेश (madhypradesh) में दक्षिण-पश्चिम मानसून (monsoon) के भोपाल में एंट्री के बाद देर रात झमाझम बारिश हुई। गुरुवार शाम 7 बजे से देर रात 2 बजे तक गरज व चमक के साथ तेज बारिश(rain) होती रही। इन 7 घंटे में 3 इंच से ज्यादा पानी बरस गया। वही प्रदेश के अन्य जिलों में भी बारिश का दौर जारी रहा। अगले चौबीस घंटे मौसम विभाग ने फिर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
भोपाल में गुरुवार को रात साढ़े 8 बजे से 11:30 बजे तक 3 इंच से ज्यादा बारिश हो गई। यहां अब तक सामान्य से 251% ज्यादा पानी बरस चुका है। जून की बारिश का पांच साल पुराना रिकाॅर्ड(5 years old record) भी टूट गया है। गुरुवार सुबह 8:30 बजे तक 167.3 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है। यह अब तक की सामान्य बारिश 47.8 मिलीमीटर से 251% अधिक है। इससे पहले 2015 में जून में 166.7 मिमी बारिश हुई थी। 2013 के बाद भोपाल में जून की यह सबसे ज्यादा बारिश है। ।मौसम विभाग ने उमरिया, शहडोल, कटनी, बालाघाट, दमोह में भारी बारिश की आशंका है। वहीं अनूपपुर व डिंडोरी अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
इससे पहले बुधवार को शाम से रात तक 9 घंटे में हुई 3.45 इंच बारिश से बड़ा तालाब का जलस्तर 0.20 फीट बढ़ गया। वही 19 जून को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। जिसके बाद 20 जून से बारिश तेजी से होगी। इस बार मध्यप्रदेश में सामान्य से 96 या 104 फ़ीसदी ज्यादा बारिश होने की संभावना है। जून से सितंबर तक सामान्य यानी बारिश के कोटे से 9 फ़ीसदी कम या ज्यादा बारिश हो सकती है। इसका आकलन जून के बाद ही किया जाएगा। मौसम विभाग का कहना है कि जून में अब तक 75.7 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। जून महीने में मध्य प्रदेश के 38 से ज्यादा जिलों में बारिश दर्ज हुई है।खास बात ये है कि सात साल के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब मानसून तय समय से 4 दिन पहले भोपाल संभाग के सीहोर रायसेन जिले में भी पहुंचा।