रतलाम, डेस्क रिपोर्ट। रतलाम में दो दिन पहले कथित तौर पर लूट और हत्या के आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ में नहीं आए है , लेकिन प्रशासन की तरफ से उन पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। आरोपियों के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलना शुरू हो गया है। मंगलवार की सुबह जिला, पुलिस व राजस्व विभाग के अमले ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपित लोकेंद्रसिंह चन्द्रावत के ग्राम भाटखेड़ा में स्थित अवैध निर्माण पर बुलडोजल चलाने की कार्रवाई शुरू की और जेसीबी की मदद से उसका अवैध मकान कुछ ही देर में ध्वस्त कर दिया।
क्या है मामला
दरअसल, ग्राम बरखेड़ाकला, नेगरून, खजूरी देवड़ा व थूरिया में स्थित शराब दुकानों का एक समूह है, जहां इन दुकानों का ठेका धर्मवीर सिंह, विजय व लोकेंद्र सिंह ने पार्टनरशीप में ले रखा है। एक पक्ष में धर्मवीर व विजय और दूसरे पक्ष में पार्टनर लोकेंद्र सिंह है। धर्मवीर का पार्टनर शक्ति सिंह चंद्रावत निवासी ग्राम बोरदिया जिला प्रतापगढ़ (राजस्थान) 21 मई की रात साथी विजय, प्रवीण व महेंद्र के साथ ग्राम नेगरुन स्थित दुकान से कलेक्शन की राशि लेकर बोलेरो गाड़ी में बामनखेड़ी-ताल मार्ग होकर जा रहा था। तभी रात करीब एक बजे ग्राम बामनखेड़ी के समीप बोरबड़ा हनुमान मंदिर के पास पहले से घात लगाकर बैठे लोकेंद्रसिंह व उसके साथियों ने सड़क पर आकर वाहन रोककर उन पर तलवार व लोहे की राड से हमला बोल दिया।
विजय, प्रवीण व महेंद्र जैसे-तैसे अपनी जान बचाकर वहां से भाग निकले, लेकिन शक्ति सिंह उनके बीच फंस गया था। आरोपियों ने तलावर व राड से हमला किया था, जिसके कारण शक्तिसिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी। इसके बाद हमलावर शक्ति सिंह के पास से 24 हजार से अधिक रुपये भी लूट ले गए थे।
थाना प्रभारी महेंद्रसिंह चौहान ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी अभी नहीं हुई है, लेकिन उनकी तलाश जारी है।
बता दे पुलिस ने मुख्य आरोपी लोकेंद्र सिंह, मांगू सिंह, सुमेर सिंह, ध्रुव, प्रकाश, कृष्णपाल, अंकित सहित दस लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत लूट व हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस इन्हे पकड़ने के लिए जगह-जगह दबिश भी दे रही है।