महाकाल मंदिर परिसर में निकली हजार साल पुरानी दीवार का अवलोकन करने पहुंची केंद्रीय टीम

उज्जैन,डेस्क रिपोर्ट। 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन (ujjain) के महाकाल मंदिर परिसर (Mahakaleshwar Temple Premises) में एक और हजार साल पुराने मंदिर की दीवार मिलने पर उसका अवलोकन (Overview) करने पुरातत्व विभाग (Archeology department) के केंद्रीय टीम बुधवार को उज्जैन पहुंची। महाकाल मंदिर के पास स्मार्ट सिटी (Smart City) का काम चल रहा था जिस की खुदाई के दौरान दीवार निकली है। बताया जा रहा है कि ये दीवार किसी मंदिर का अवशेष है, जो कि हजार साल पुराना है।

महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) के आसपास स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत विस्तारीकरण (Expansion) का काम चल रहा है। वही खुदाई में 1000 साल पुरानी दीवार मिलने के बाद खुदाई का काम रोक दिया गया, जिसकी सूचना उज्जैन पुरातत्व विभाग और आर्कलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया को तत्काल दी गई, जिसके बाद बुधवार को भोपाल से 3 सदस्य दल उज्जैन पहुंचा।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।