जिले में पहला कोरोना(corona) संक्रमित मरीज के सामने आने के बाद जिला प्रशासन(District administration), स्वास्थ्य विभाग का अमला एवं नगर परिषद की टीम सक्रिय हो गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जहां अपर कलेक्टर(Additional Collector) एवं प्रभारी जिला दंडाधिकारी(District Magistrate in charge) ने एतिहात के तौर पर पूरे क्षेत्र को सील कर दिया है ताकि इस एरिया(area) में लोगों के आने-जाने पर पाबंदी(restriction) लगाई जा सके और क्षेत्र को संक्रमण(Infection) से बचाया जा सके। वही पाए गए संक्रमित व्यक्ति के घर से लेकर 5 किलोमीटर(kilometer) के पूरे एरिया को बफर जोन घोषित कर दिया गया है।
कलेक्टर के आदेश जारी होने के बाद पूरे क्षेत्र को सैनिटाइज(sanitize) करने की जिम्मेदारी नगर परिषद(City Council) को सौंपी गई ।नगर परिषद अध्यक्ष(City council president) पंकज तेकाम ने बताया कि नगर परिषद का 5 सदस्यीय दल(Member team) सभी जरूरी संसाधनों के साथ संक्रमित क्षेत्र करंजिया की ओर रवाना कर दिया गया है उन्होंने बताया कि टीम के सदस्यों को जरूरी सुरक्षा किट(Safety kit) तथा खाने-पीने की सामग्री पूर्णत सुरक्षित उनके साथ रखी गई है। संक्रमित क्षेत्र को सेनेटाइज करने के बाद टीम वापस डिण्डोरी लौटेगी और मंडला बस स्टैंड में बने कांप्लेक्स में पूरी तरह से नहाने धोने और कपड़ों को साफ सुरक्षित करने के बाद ही वह अपने घर की ओर रवाना होंगे ।
बता दें कि डिण्डोरी जिले में अभी तक कोरोना का कोई केस सामने नहीं आया था ।सोमवार 20 अप्रैल को पूर्व में जांच के लिए भेजे गए सैंपल में एक रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पूरा जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग का अमला सक्रिय हो गया है इसी के साथ पॉजिटिव मरीज के परिजन दोस्तों और निकटतम संपर्क में आए लोगों की पहचान करने के लिए टीम गठित कर दी गई है जो इन लोगों को क्वॉरेंटाइन करने और उन पर निगरानी रखने का काम करेगी।