भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आपातकालीन एम्बुलेंस सेवाओं के विस्तार के लिये एकीकृत रेफरल ट्रांसपोर्ट प्रणाली में 108 संजीवनी एम्बुलेंस और जननी एक्सप्रेस का शुक्रवार को लाल परेड ग्राउण्ड पर लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर इसे प्रदेश की जनता को समर्पित करते हुए कंपनी के संचालकों को मंच पर ही बुलाकर साफ कर दिया कि जिस तरह से पहले कंपनी की शिकायते सामने आई थी अब शिकायते सामने नहीं आनी चाहिए, समय पर मरीजों को एम्बुलेंस उपलब्ध होनी चाहिए और एम्बुलेंस सेवा में लगे कर्मचारियों का भी पूरा खयाल रखिए, लोकार्पण मौके पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, सांसद प्रज्ञा मौजूद रही, अब प्रदेश मे एकीकृत रेफरल ट्रांसपोर्ट प्रणाली में संचालित एम्बुलेंस की संख्या 1445 से बढ़ाकर 2052 की गई है। नई एम्बुलेंस सेवा में मुख्यत: 3 प्रकार के वाहन सम्मिलित हैं। इनमें एडवांस लाइफ सपोर्ट वाहन, जिनकी संख्या वर्तमान में 75 थी, जिसे बढ़ाकर 167 किया गया है। बेसिक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस, जिनकी संख्या 531 थी, इसे बढ़ाकर 835 किया जा रहा है। जननी एक्सप्रेस वाहनों की संख्या 839 से बढ़ाकर 1050 की गई है।
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बता दें कि शासन ने फैसला लिया है कि 300000 किलोमीटर से ज्यादा चल रही एंबुलेंस का उपयोग नहीं किया जाएगा। साथ ही अब एंबुलेंस की 20 मिनट में मरीज तक पहुंचने की समय सीमा को कम करके 18 मिनट किया गया है एंबुलेंस मरीज तक नहीं पहुंचती है तो कंपनी पर आर्थिक दंड का प्रावधान रखा गया है। शुक्रवार को सीएम शिवराज ने लाल परेड में हरी झंडी दिखाई, बता दे कि अभी तक प्रदेश में 108 एंबुलेंस जननी एक्सप्रेस और 104 कॉल सेंटर का संचालन जिकित्सा हेल्थ केयर लिमिटेड की तरफ से किया जा रहा था। वही 1 मई से इन तीनों सेवाओं का संचालन जय अंबे कंपनी को दिया जाएगा।