शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गरीबों की सेवा और प्रदेश की प्रगति एवं उन्नति ही मेरी राजनीति का ध्येय है। कांग्रेस सरकार ने पात्रता सत्यापन के नाम पर #संबल_योजना को रोक सा दिया था, हमारी सरकार ने 5 मई 2020 से पुन: योजना को पटरी पर लाने का संकल्पित प्रयास किया। गरीबों और असमर्थों को उनका हक हमने दिया।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पिछली सरकार ने 5 हजार से अधिक ऐसे पात्र श्रमिक भाई-बहनों को #संबल_योजना से बाहर कर दिया था, जिनकी मृत्यु हो चुकी थी। जिस कारण के लिए योजना है, उसी के लिए अपात्र किया जाना अमानवीयता है। हमने इनका दोबारा सत्यापन कराया, 80% से अधिक पात्र हैं, इनके परिवारों को लाभ दिया जायेगा।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा #COVID19 जैसी गंभीर चुनौती के बीच भी हमने #संबल_योजना का लाभ देना जारी रखा। कठिन समय में हमारी सरकार गरीबों और असमर्थों के साथ सदैव खड़ी रही। अब तक 1.80 लाख से अधिक हितग्राहियों को रु. 1,483 करोड़ से अधिक राशि योजना के अंतर्गत वितरित की जा चुकी है और यह सिलसिला निरंतर जारी है।
जाने किस जिले को कितना मिला लाभ
अलीराजपुर के 56 हितग्राहियों को 1करोड 24 लाख, बालाघाट जिले के 699 हितग्राहियों को 14 करोड़ 58 लाख, बड़वानी जिले के 349 हितग्राहियों को 7 करोड़ 58 लाख, भिंड जिले के 30 हितग्राहियों को 68 लाख और भोपाल जिले के 1 हितग्राही को दो लाख सहित दतिया, दमोह, छिंदवाड़ा, छतरपुर, बुरहानपुर, डिंडोरी, गुना जिले के हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया।
बता दे कि मध्य प्रदेश में संबल योजना के तहत सामान्य मृत्यु पर अनुग्रह राशि 2 लाख, दुर्घटना मृत्यु पर अनुग्रह राशि 4 लाख, आंशिक स्थाई अपंगता पर अनुग्रह राशि 1 लाख, स्थाई अनुग्रह पर अनुग्रह राशि 2 लाख और अंत्येष्टि सहायता पर 5 हजार की राशि प्रदेश सरकार द्वारा हितग्राहियों को दी जाती है।