भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में श्रमिक बच्चों की पढ़ाई के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) ने बड़ा ऐलान किया है। दरअसल बीते दिनों आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश (aatmnirbhar madhya pradesh) की बैठक के दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बच्चे-बच्चे का शिक्षित होना अति आवश्यक है। इसके साथ ही उन्होंने श्रमिक बच्चों के लिए सुपर 30 (super 30) जैसे स्कूल की घोषणा की है।
दरअसल पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज मध्य प्रदेश को लेकर बैठक कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने आहार अनुदान आदिवासियों के खाते में रुपए डाले। श्रमिक बच्चों की पढ़ाई के लिए बड़ी घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में भी सुपर 30 जैसे एक श्रमोदय स्कूल का निर्माण किया जाएगा। जिसमें जाति और समुदाय के आधार पर श्रमिक बच्चों की पढ़ाई होगी।
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इसके साथ ही सीएम शिवराज ने कहा कि सुपर 30 की तर्ज पर ही श्रमोदय स्कूल का निर्माण किया जाएगा। जिसमें सुपर 30 की तरह व्यवस्थाएं विकसित होगी ताकि बच्चे प्रतिभाशाली बनकर भविष्य तय करें। वही बेरोजगार श्रमिकों पर बोलते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि कोरोना काल में करीबन 44,000 प्रवासी श्रमिकों को रोजगार सेतु पोर्टल के जरिए पंजीयन कराया गया है, जिसके बाद उन्हें लाभ दिया जा रहा है। वहीं उन्होंने कहा कि रोजगार प्राप्ति के लिए रोजगार से जो पोर्टल को और विस्तार करने की आवश्यकता है।
बता दे कि प्रदेश के एक लाख से ज्यादा प्रवासी श्रमिकों के बच्चों को स्कूली शिक्षा से जोड़ने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने पिछले दिनों बड़ा निर्णय लिया था। राज्य शिक्षा केंद्र ने इस मामले में अधिकारियों को प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों के बच्चों को स्कूली शिक्षा से जोड़ने की पहल करने के निर्देश भी दिए थे।