शिवराज के झाड़ू लगाने पर कांग्रेस का तंज, समझदार तो सिर्फ हम बाकी पूरी दुनिया मूर्ख

Atul Saxena
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Womens Day) के मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने सोमवार 8 मार्च को कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। उन्होंने आज के दिन की शुरुआत महिला सफाईकर्मियों के साथ चाय पर चर्चा के साथ की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महिला सफाईकर्मियों से उनकी परेशानियां पूछीं और उनके सफाई काम में हाथ भी बटाया। लेकिन कांग्रेस ने मीडिया में जारी मुख्यमंत्री के सफाई करते फोटो को देखकर तंज कसा है।  कांग्रेस ने ट्वीट किया – समझदार तो सिर्फ हम, बाकी पूरी दुनिया मूर्ख।

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के साथ बिताये समय के बाद ट्वीट किया – अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सफाई कामगार बहनों के साथ सफाई कर उनका हाथ बंटाया। हमारी माताएं, बहनें अपने कार्यों और प्रयासों से हम सबके जीवन को सरल, सुगम और सुखद बना रही हैं। परिवार, समाज और राष्ट्र की इनके बिना कल्पना नहीं की जा सकती है। नारी शक्ति को कोटिश: प्रणाम।

एक अन्य ट्वीट में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने (CM Shivraj Singh Chauhan)लिखा- मैं प्रदेश की अपनी बहनों के जीवन को सरल, सुगम और आनंददायी बनाने के लिए अनवरत प्रयत्नशील हूं। आपके हर सुख-दु:ख में मैं शामिल हूँ, साथ हूँ। आपको सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना ही ध्येय है और इसी में मेरे जीवन की सार्थकता है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की आप सबको शुभकामनाएं।

मुख्यमंत्री के इस ट्वीट के बाद कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता केके मिश्रा (KK Mishra) ने ट्वीट में प्रदर्शित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan)के झाड़ू लगाते फोटो पर तंज किया है।  केके मिश्रा ने ट्वीट किया – प्रचार की अतृप्त राजनैतिक प्यास इतनी है कि वह शांत ही नहीं होती।  स्वच्छ सड़क पर जहां कचरा दिखाई ही नहीं दे रहा है वहां सफाई,फोटो सेशन। समझदार तो सिर्फ हम, बाकी पूरी दुनिया मूर्ख।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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