भोपाल।
एक तरफ जहां बड़े नेताओं की नाराजगी और गुटबाजी के चलते एमपी की कांग्रेस में उथलपुथल मची हुई है वही दूसरी तरफ अपना नाम न बताने की शर्त पर कांग्रेस के एक विधायक ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक सुझाव दिया है।सियासी हलचल और पार्टी के अंदर चल रही अंतर्कलह के बीच कांग्रेस विधायक ने मुख्यमंत्री को सिंधिया को पीसीसी चीफ बनाए जाने को लेकर सुझाव दिया है, इसके पीछे उन्होंने कई कारण भी गिनाए है।खास बात ये है कि कांग्रेस विधायक ने ऐसे समय पर सुझाव दिया है जब सिंधिया की नाराजगी की चर्चाएं जोरों पर है वही उनकी राज्यसभा जाने की भी अटकलें लगाई जा रही है । इसी बीच आज सिंधिया पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय से भी मिलने वाले है, सियासी गलियारों में इस मुलाकात के भी कई मायने निकाले जा रहे है।
दरअसल, विधायक के अनुसार, सर्वसम्मति से ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश का नया कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए ।इससे न केवल युवाओं में ऊर्जा आएगी बल्कि कांग्रेस को भी एक नई दिशा मिलेगी। इसके साथ ही कांग्रेस विधायक ने यह भी सुझाव दिया है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के छह मंत्रियों में से चार मंत्रियों को हटा दिया जाए और उन्हें संगठन में सिंधिया के साथ काम करने के लिए प्रेरित किया जाए ।इससे संगठन को काफी मजबूती मिलेगी ।
इसके साथ ही विधायक जी का सुझाव है कि वर्तमान में मंत्री पद से मेहरूम एन्दल सिंह कंसाना ,के पी सिंह बिसाहूलाल सिंह ,लक्ष्मण सिह जैसे लोगों को मंत्री बनाया जाना चाहिए। सीनियर लोगों को कैबिनेट मंत्री और जूनियर लोगों को राज्य मंत्री बना दिया जाना चाहिए ।इसके साथ ही दो निर्दलीय संजीव सिंह कुशवाह और सुरेंद्र सिंह शेरा को भी विधायक बनाने का सुझाव दिया गया है। विधायक का मानना है कि इस प्रक्रिया को अगर अपनाया जाता है तो मध्य प्रदेश में सरकार और संगठन न केवल मजबूत होंगे बल्कि कांग्रेस एक नई ऊंचाइयों को छू पाएगी।