नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। कोविड-19 महामारी की चौथी लहर की अटकलों के बीच कोलकाता के जोका में स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM Kolkata) के कैंपस में 28 छात्र और स्टाफ कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिससे पूरे कैंपस में अफरातफरी मच गई है। फिलहाल प्रशासन ने कोलकाता कैंपस को कंटेनमेंट जोन घोषित नहीं किया है, लेकिन किसी भी वक्त ऐसा हो सकता है।
वायरस की चपेट में कितने स्टूडेंट्स और कितने स्टाफ मेंबर्स है, इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है। हालांकि, पॉजिटिव लोगों को कैंपस में ही क्वारंटाइन कर दिया गया है।
बता दे, कैंपस में कोविड पॉजिटिव पाए गए छात्र-छात्रों सहित इंस्टीट्यूट के स्टाफ को कोविड-19 के हल्के लक्षण महसूस हो रहे थे, जिसके बाद सभी का टेस्ट कराया गया, पॉजिटिव आने के बाद, सभी को क्वारंटाइन करके इलाज शुरू कर दिया गया है।
WB COVID-20 Daily Health Bulletin: 12 May 2022. A detailed snapshot of all relevant details on COVID-19 in WB. Keep checking.
পশ্চিমবঙ্গ কোভিড-১৯ দৈনিক স্বাস্থ্য বুলেটিন: ১২ মে ২০২২। পশ্চিমবঙ্গের কোভিড-১৯ সম্পর্কিত বিস্তারিত তথ্য পেতে নজর রাখুন।#BengalFightsCorona pic.twitter.com/mPUQHwuJ83
— Department of Health & Family Welfare, West Bengal (@wbdhfw) May 12, 2022
इंस्टीट्यूट की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि पॉजिटिव लोगों के परिवार वालों को इस बारे में सूचना दे दी गई है और खुद का टेस्ट कराने की भी सलाह दी है। कैंपस में मौजूद अन्य छात्रों और स्टाफ मेंबर्स के भी कोरोना टेस्ट कराए जा रहे हैं। इसके अलावा, पुलिस ने कैंपस के चारों तरफ बैरिकेडिंग कर आवाजाही पर रोक लगा दी है।
कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम के अनुसार, कोलकाता नगर निगम (KMC) कोविड-19 केस को ट्रैक करने के लिए आईआईएम के अंदर अपने टेस्ट कियोस्क लगाएगी। अगर आईआईएम अथॉरिटी कोविड टेस्ट के लिए प्राइवेट लैब तैयार करती है तो कैंपस को कंटेनमेंट जोन बनाया जा सकता है।
आपको बता दे आईआईएम में करना के विस्फोट के बाद प्रदेश में कुल आकड़े बढ़कर 20 लाख 18 हजार 713 हो गए हैं। हालांकि, बंगाल में रिकवरी रेट 98.93 प्रतिशत के साथ काफी बेहतर है।