मध्यप्रदेश(madhyapradesh) में कोरोना(corona) की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। एक तरफ जहां मरीजों की संख्या मैं तेजी आई है। वही अब इस संक्रमण से लोगों के मौत के आंकड़े भी बढ़ते जा रहे हैं। इसी बीच भोपाल(bhopal) में मंगलवार को कोरोना से 142 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 4638 पहुंच गई है। वहीं मंगलवार को चार लोग इस संक्रमण की वजह से अपनी जान गवा चुके हैं। इसके साथ ही भोपाल में संक्रमण से मरने वाले की संख्या बढ़कर 139 पहुंच गई है।
दरअसल मंगलवार की सुबह जारी स्वास्थ्य बुलेटिन में भोपाल के 142 मरीज के संक्रमित होने की पुष्टि की गई है। नए मिले संक्रमित मरीजों में एसबीआई हेड ब्रांच(SBI Head branch) के तीन कर्मचारी की रिपोर्ट पॉजिटिव(report positive) आई है। इसी के साथ साकेत नगर से पांच, ऋषि नगर, चार इमली से एक ही परिवार के 3 लोग संक्रमित पाए गए हैं। वहीं एसटीएफ(STF) थाने से 1 जवान कि रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वही तो इस्लामपुरा(Islampura) से एक, जहांगीराबाद(Jahangirabad) से चार, अरेरा कॉलोनी(Arera Colony) से 3 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। हालांकि राहत की बात यह है कि मंगलवार को 50 मरीज स्वस्थ हो अपने घर लौटे हैं।
इधर लगातार बढ़ रहे मरीजों की संख्या को देखते हुए प्रशासन द्वारा कोतवाली में सोमवार को बैठक की गई।भोपाल के जिन इलाकों में लॉकडाउन किया है उनमें बागसेवनिया, इब्राहिमपुरा, बुधवारा, इतवारा, जुमेराती, मारवाड़ी रोड, लखेरापुरा, लोहाबाजार, सराफा बाजार, इमामी गेट,कमला नगर, मंगलवारा, कुम्हारपुरा, खजांची गली, गुर्जरपुरा, सिलावटपुरा, न्यू इतवारा रोड, जुमेराती, चौक जैन मंदिर, शामिल हैं.इस दौरान इन इलाकों में इमरजेंसी सेवा के अलावा सब कुछ पूरी तरह बंद रहेगा.इन इलाकों में कल रात 8 बजे से टोटल लॉकडाउन के आदेश जारी हो गए हैं। इस दौरान दूध-दवा जैसी आवश्यक वस्तुओं के सिवाय बाकी सारे बाज़ार, दुकानें, व्यापारिक प्रतिष्ठान और दफ्तर बंद रहेंगे।
संक्रमित इलाके को बुधवार से 5 दिन के लिए बंद रखा गया है। वही राज्य शासन द्वारा प्रदेश में अब 2 दिन के लिए लोगों की घोषणा की गई है। जिसके तहत राजधानी में अब सप्ताह के 2 दिन टोटल लॉकडाउन किया जाएगा। जहां जरूरी सेवाएं छोड़कर सभी चीज प्रतिबंधित रहेंगे। बता दें कि भोपाल में संक्रमित मरीजों की संख्या अब 4600 के पार पहुंच गई है। वहीं अब तक 3188 लोग स्वस्थ हो अपने घर लौट चुके हैं। जबकि 1280 लोगों का इलाज अभी जिले के विभिन्न अस्पतालों में किया जा रहा है।