मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कोरोना पॉजिटिव आने के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया हैं। ग्वालियर चंबल संभाग भी इससे अछूता नहीं है। मंत्रिमंडल में शामिल सदस्यों के चेहरे पर भी चिंता की लकीरें खिंच गई हैं।उधर ग्वालियर चंबल अंचल के मंत्रियों पर भी कोरोना का साया मंडरा रहा है क्योंकि पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने इन के साथ वन टू वन चर्चा की थी।
मुख्यमंत्री में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद वल्लभ भवन के अफसरों सहित
मंत्रियों और उनके स्ताफ को चिंता सताने लगी है। और ये चिंता तब तक दूर नहीं होगी जब तक वे टेस्ट नहीं करा लेते। खास बात ये है कि मुख्यमंत्री लगातार कोरोना की समीक्षा कर रहे हैं, प्रदेश के दौरे कर रहे हैं। लोगों से मिल रहे हैं। ईश्वर ना करे इसके कोई गंभीर परिणाम सामने आए । इसीलिए मुख्यमंत्री ने अपील की है कि पैनिक ना हो घबराएं नहीं और अपना टेस्ट करायें
ग्वालियर चंबल संभाग के मंत्रियों पर भी कोरोना का साया
मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों अपनी कैबिनेट की बैठक बुलाई थी इसके बाद खासतौर पर उन संभाग के मंत्रियों के साथ वन टू वन बैठक भी की थी जहाँ चुनाव होने है । बताया जा रहा है कि चार दिन पहले हुई वन टू बैठक में ग्वालियर चंबल संभाग के अधिकांश मंत्री मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिले थे । प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिसौदिया, ,इमरती देवी,भारत सिंह कुशवाह, एन्दल सिंह कंसाना और सुरेश राठखेडा के साथ मुख्यमंत्री ने निजी बैठक की थी । अब इन सबके ऊपर तब तक कोरोना संक्रमण का खतरा मंडराता रहेगा जब तक ये टेस्ट नही करा लेते । विशेष बात ये है कि ये सभी मंत्री मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद अपने अपने मंत्रालय और क्षेत्र में सक्रिय हैं। लगातार बैठक कर रहे हैं। जनता से मिल रहे हैं पत्रकारों से बात कर रहे हैं। इसलिए जब तक ये सभी अपना टेस्ट नहीं करा लेते तब तक चिंता बनी रहेगी और कोरोना का साया मंडराता रहेगा।