कटनी में दलित महिला और नाबालिग की पिटाई मामले पर राजनीति गरमाई, कांग्रेस बीजेपी आमने-सामने

मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि मध्य प्रदेश में दलितों पर अत्याचार को लेकर सरकार ख़ामोश है और इससे उसका दलित विरोधी चेहरा उजागर होता है। वहीं, बीजेपी मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि एक साल पुराने वीडियो के ज़रिए जीतू पटवारी अपनी टूटी-फूटी राजनीति चमकाना चाहते हैं।

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Dalit Atrocities in Madhya Pradesh : कटनी में एक बुजुर्ग महिला और नाबालिग के साथ मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले पर राजनीति गरमा गई है। एक तरह कांग्रेस ने क़ानून व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार पर आरोप लगाए हैं, वहीं बीजेपी का कहना है कि विपक्ष पुराने मुद्दे उछालकर राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रहा है।

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि मध्य प्रदेश में दलितों पर अत्याचार की घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं और प्रदेश सरकार इसे लेकर बेपरवाह है। वहीं बीजेपी मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि जीतू पटवारी एक साल पुराने वीडियो के ज़रिए अपनी टूटी फूटी राजनीति चमकाना चाहते हैं।

जीतू पटवारी ने सरकार पर जड़ा आरोप

कटनी के जीआरपी थाने में एक महिला और नाबालिग के साथ मारपीट की घटना को लेकर पर मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रदेश सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि ‘क्या एक 60 साल की महिला को थाने के अंदर इसलिए पीटा गया क्योंकि वह दलित थी? 15 साल के लड़के को इसलिए पीटा गया क्योंकि वह दलित परिवार से था ? ये किस तरह का मैसेज है। कैसा चेहरा बन गया है मध्य प्रदेश का। मोहन यादव जी ख़ुद गृहमंत्री हैं और प्रदेश में ये स्थिति है। ये बीजेपी की असली सोच है जो बाबा साहब अंबेडकर के विपरीत जाती है। आख़िर सरकार चुप क्यों है। मूल मुद्दा है दलित विरोधी भारतीय जनता पार्टी। यहाँ दलितों की सुनवाई नहीं होती और ये एक केस नहीं है ऐसे कई केस है। अगर ये एक साल पुराना वीडियो भी है तो क्या इससे अपराध समाप्त हो जाता है।’

बीजेपी का पलटवार

वहीं इस मामले पर बीजेपी प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा है कि ‘अक्टूबर 2023 के वीडियो से अगस्त 2024 में अपनी टूटी-फूटी राजनीति चमकाने का असफल प्रयास करते जीतू पटवारी!जीतू पटवारी याद रखें कि मध्यप्रदेश में भाजपा की मोहन सरकार है जो सख्त भी है और संवेदनशील भी है। सख्त ऐसी कि छतरपुर में पत्थरबाजों कार्रवाई होती है तो उनके आका भी बौखला जाते हैं। और संवेदनशील ऐसी की कटनी मामले पर अधिकारी को लाइन अटैच कर, डीआईजी स्तर के अधिकारी से जांच करने के आदेश भी दिए जाते हैं। कांग्रेस ये बताए कि उसका हाथ अपराधियों के साथ क्यों है? अपराधियों को संरक्षण देकर क्लीन चिट देना कांग्रेस का व्यवहार क्यों? अपराध में जाति, रंग ढूंढना और समाज में विद्वेष फैलाना कांग्रेस का राग क्यों? कांग्रेस द्वारा ये सिर्फ मध्यप्रदेश में विद्वेष और उसे बदनाम करने का असफल प्रयास है!’


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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