अशोकनगर|हितेन्द्र बुधौलिया। राजनीतिक उठा पटक के बीज गुना अशोकनगर सहकारी बैंक अध्यक्ष पद पर कदवाया के वरिष्ठ कॉंग्रेस नेता महेंद्र शर्मा की नियुक्ति सरकार के द्वारा की गई है।इस नियुक्ति के कई मायने निकाले जा रहे है।पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के ग्रह जिले गुना एवं अशोकनगर जिले की संयुक्त इस बड़ी संस्था में पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुराने संसदीय क्षेत्र के इस नेता की नियुक्ति को सिंधिया के इलाके में सेंधमारी एवं कार्यकर्ताओ के बीच सन्देश देना माना जा रहा।उल्लेखनीय है कि महेंद्र शर्मा के पिता एवं दिग्विजय सिंह के करीबी स्व रामबली शर्मा इसी संस्था में 17 साल तक चेयरमेन रहे थे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के द्वारा कांग्रेस छोड़ने एवं बीजेपी ज्वाइन करने के बाद अशोकनगर जिले में कॉन्ग्रेस नेताओं द्वारा बड़ी संख्या में पार्टी छोड़ी गई थी।इस इलाके में सिंधिया का प्रभाव ज्यादा है। माना जा रहा है कि नेताओं के बीच संदेश देने एवं कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने के लिए सरकार ने आज एक बड़ा कदम उठाया है
नियुक्ति के राजनैतिक मायने महेंद्र शर्मा की इस नियुक्ति के कई राजनीतिक मायने है। श्री सिंधिया के द्वारा कोंग्रेस छोड़ने एवं भाजपा में के दौरान के घमासान में अशोकनगर नाम तेजी से सामने आया था।सरकार से विधायक बगावत करने बाले 23 विधायको में 2 विधायक अशोकनगर के विधायक जजपाल सिंह जज्जी एवं मुंगाबली के ब्रजेन्द्र सिंह यादव शामिल है।जबकि यहाँ कुल तीन ही विधायक है।एक चन्देरी विधायक गोपाल सिंह चौहान सरकार के साथ है। जिन्हें सिंधिया के इलाके में पहले से ही दिग्विजय सिंह के समर्थक माने जाते रहे है।महेंद्र शर्मा गोपाल सिंह चौहान के विधायक प्रतिनिधि भी एवं उनका परिवार काफी समय से दिग्विजय सिंह से जुड़ा रहा है। चुकी हिले के तीन में से दो विधायको के बगावत करने के कारण संगठनात्मक रूप से में भी कोंग्रेस काफी कमजोर हो रही थी। इसीलिये कांग्रेस पार्टी एवं अपने समर्थकों को स्थापित करने के लिए सरकार के द्वारा नियुक्ति मानी जा रही है।
सिंधिया के क्षेत्र में सेंधमारी, दिग्विजय समर्थक को बनाया सहकारी बैंक अध्यक्ष
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