भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya pradesh) के आईएएस पी. नरहरि (P. Narhari) एक बार फिर से चर्चा में हैं। इस बार उनकी चर्चा का कारण है उनकी लिखी दूसरी किताब “Betiyaan” इस किताब का शीर्षक यह बताने के लिए काफी है कि इस उत्कृष्ट रचना में आईएएस पी. नरहरि और पृथ्वीराज सिंह ने बालिकाओं के सामाजिक बढ़ावे को इंगित किया है। सुदृढ़ समाज के संचालन के लिए भेद भाव और द्वेष मुक्त समाज के निर्माण के लिए लेखक द्वारा इस पुस्तक में बेटियों के संरक्षण पर सरकारी प्रयासों के बारे में भी जाना जा सकता है।
आईएएस पी. नरहरि और पृथ्वीराज सिंह द्वारा लिखी पुस्तक “Betiyaan” केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा बालिकाओं के अधिकारों को सुनिश्चित करने और अधिक समानता के साथ समाज निर्माण की वकालत करती है। इस किताब के जरिए लेखक पी. नरहरि ने सरकार की मंशा को भी समाज के सामने रखने की कोशिश की है। लेखक पी. नरहरि ने इस पुस्तक में बालिकाओं से जुड़े मुद्दे पर सरकार की गंभीरता, विभिन्न योजनाओं और बेहतर कार्यान्वयन पर भी विस्तृत चर्चा की है। इन्होने ही महिला बाल विकास मे रहते हुए लाङली लक्ष्मी योजना (Ladli Laxmi Yojna) की पटकथा लिखी थी।
इसके साथ ही साथ इस पुस्तक में उन सभी योजनाओं का समावेश है। जो बालिकाओं के हित की रक्षा के लिए एवं उन्हें लाभान्वित करने के उद्देश्य से शुरू की गई और व्यापक रूप से भारतीय समाज का हिस्सा है। लेखक की मंशा इस पुस्तक के माध्यम से समाज के उस वर्ग को भी इसके प्रति जागरूक करना रहा है। जो इन सभी योजनाओं से अब तक अनभिज्ञ हैं।
बता दें कि 1 मार्च 1975 को जन्मे पी. नरहरि किसी पहचान के मोहताज नहीं है। हालांकि यह 2001 बैच के आईएएस अफसर रहे हैं और वर्तमान में तकनीक शिक्षा के आयुक्त हैं। पी. नरहरि तेलंगना के करीम नगर ज़िले के वसंतनगर गांव से हैं। इससे पहले 2017 में “द बेटर इंडिया” के लिए आईएएस नरहरि को 10 सबसे प्रेरक आईएएस अधिकारियों में से प्रेरक अधिकारी के रूप में मान्यता मिली थी। इसके साथ ही इनकी पहली रचना “The Great Tale of Hinduism” नामक पुस्तक हिंदू दर्शन की मूल से समाज का परिचय कराती है। “Betiyaan” इनकी दूसरी रचना है। “Betiyaan” संकल्पित, सुदृढ़ और स्वच्छ समाज के विस्तार के लिए लिखी एक खूबसूरत रचना एवं बेहतरीन जानकारियों का उद्देश्यात्मक कदम है।