राजगढ़,डेस्क रिपोर्ट। जिले में एक दिन के लिए निजी दौरे पर आए स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी (Health Minister Prabhu Ram Chaudhary) ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि विपक्ष (opposition) द्वारा जो भी आरोप कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को लेकर लगाए जा रहे हैं, वह सभी निराधार (Pointless) है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) जी के नेतृत्व (Leadership) में दो वैक्सीन का ट्रायल (Vaccine Trail) हो चुका है और उसकी मंजूरी भी मिल चुकी है। 16 जनवरी से देश के पहले चरण के लिए टीकाकरण किया जाएगा, जिसमें स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीकाकरण किया जाएगा और उसके बाद फ्रंट लाइन के वर्कर्स को टीकाकरण किया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग ने कर ली पूरी तैयारी
वही आगे मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि हमारा जब दूसरा फेस शुरू होगा उसमें 50 साल से अधिक उम्र वाले व्यक्तियों और जो 50 के अंदर हैं और जिनको कोई अन्य बीमारी है को टीका लगाया जाएगा, जिसके लिए तैयारी सीएम शिवराज के नेतृत्व में मध्य प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने पूरी कर ली है। पूरे प्रदेश में चार 4 जगहों पर स्टोर बनाए गए हैं और 3 संभाग लेवल पर भी तैयार की गई हैं। वहीं जिला मुख्यालय पर भी तैयार की गई है। पूरी कोल्ड चैन और ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था हमने कर ली है। एक दो दिन के भीतर हमे वैक्सीन मिल जाएगी ,जैसे की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आह्वान है उस प्रकार प्रदेश में इस वैक्सीनेशन प्रोग्राम की शुरुआत की जाएगी।
सैफ्टी की हुई है पूरी तरह से जांच
आगे मंत्री प्रभुराम चौधरी वैक्सीन साइड इफेक्ट को लेकर कहते है कि प्रधानमंत्री ने अपने कल के संबोधन में बताया था कि हमारे साइंटिस्ट ने इसकी सैफ्टी की जांच पूरी वैज्ञानिक तरीके से की गई है और यह पूरी तरह से सैफ है और ट्रायल किए जा चुके हैं। जो लोग अफवाह फैला रहे हैं वह पूरी तरह से गलत है। आगामी 14 जनवरी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जिला कलेक्टरों को और जिला क्राइसिस कमेटी और धर्म गुरुओं को वैक्सीन को लेकर विस्तार से जानकारी दी जाएगी।
वैक्सीन लगवाना स्वेच्छा पर है निर्भर
वहीं वैक्सीन नहीं लगवाने पर उन्होंने कहा कि यह स्वेच्छा पर निर्भर करता है कि किसको लगवानी है और किसको नहीं लगवानी है। यह तो आरोप प्रत्यारोप तो चलते रहेंगे। पूरे विश्व में मात्र भारत ही ऐसा पहला देश है जहां प्रधानमंत्री ने अपनी पूरी साइंटिफिक टीम के साथ मिलकर पहले इसका ट्रायल किया गया है और ट्रायल करने के बाद ही इसकी मंजूरी दी गई है।