कोलकाता, डेस्क रिपोर्ट। विधानसभा चुनावों के बाद से बंगाल में जारी हिंसा की जाँच करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन (Union Minister V Muraleedharan) की कार पर कुछ लोगों ने पश्चिम मिदनापुर जिले में हमला किया। हमलावरों ने लाठी डंडों और पत्थर से कार के शीशे तोड़ दिए। जिससे मंत्री के स्टाफ को चोट लगी। मंत्री ने हमले का आरोप टीएमसी कार्यकर्ताओं पर लगाया है। उधर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने केंद्रीय मंत्री पर हुए हमले की निंदा की है।
केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन (Union Minister V Muraleedharan) ने ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि “तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने मेरे काफिले पर हमला कर मेरे स्टाफ को चोट पहुंचे मैं अपना दौरा छोटा कर रहा हूँ।”
केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन (Union Minister V Muraleedharan) ने जो वीडियो शेयर किया है उसमें कुछ लोग हाथ में लाठी डंडे, मंत्री की तरफ बढ़ते दिख रहे हैं , ड्राइवर कार को बैक कर रहा है, वीडियो में कार के कांच पर पत्थर और बड़ी सी लकड़ी से अटैक होता दिखाई दे रहा है जिससे कार के कांच टूट जाते हैं। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन उस चार सदस्यीय दल का हिस्सा हैं जो केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर जाँच करने बंगाल गई हैं।
https://twitter.com/VMBJP/status/1390209778798923778
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने हमले की तीखे शब्दों में निंदा की उन्होंने ट्वीट किया “पश्चिम मिदनापुर में केंद्रीय मंत्री वी. मुरलीधरन के क़ाफ़िले पर टीएमसी के कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया हमला बहुत ही निंदनीय है।मैंने कल ही कहा था कि बंगाल में लॉ एंड आर्डर पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है।जहाँ भारत सरकार के मंत्री पर हमला हो जाय, वहाँ आम जनता की क्या स्थिति होगी?
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पश्चिम मिदनापुर में केंद्रीय मंत्री वी. मुरलीधरन जी के क़ाफ़िले पर टीएमसी के कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया हमला बहुत ही निंदनीय है।मैंने कल ही कहा था कि बंगाल में लॉ एंड आर्डर पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है।जहाँ भारत सरकार के मंत्री पर हमला हो जाय, वहाँ आम जनता की क्या स्थिति होगी?
— Jagat Prakash Nadda (Modi Ka Parivar) (@JPNadda) May 6, 2021
चुनाव परिणाम आने के बाद से पूरे पश्चिम बंगाल में टीएमसी प्रायोजित हिंसा चरम पर है। लगातार भाजपा कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमले हो रहे हैं।
जब हजारों लोग जान बचाने के लिए पलायन कर रहे हैं, बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं, तब फ्रीडम ऑफ स्पीच और मानवाधिकार की वकालत करने वाले ग़ायब है।— Jagat Prakash Nadda (Modi Ka Parivar) (@JPNadda) May 6, 2021