एक करोड़ रुपये से अधिक का अवैध गांजा पकड़ा, चार तस्कर गिरफ्तार

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना।  ग्वालियर पुलिस (Gwalior Police) ने लोडिंग ट्रक में छिपाकर ला रहे अवैध गांजे (Illegal Ganja)  की एक बड़ी खेप को पकड़ा है। पुलिस को ट्रक में 24 बोरियों में 720 किलो ग्राम अवैध गांजा मिला जिसे छिपाकर ले जाया जा रहा था।  बरामद गांजे की कीमत 1 करोड़ 10 लाख रुपये बताई जा रही है। गांजे के साथ पुलिस ने चार तस्करों को भी गिरफ्तार किया है।

एसपी अमित सांघी के मुताबिक उन्हें मुखबिर से सूचना मिली थी कि डबरा की तरफ से एक आयशर लोडिंग ट्रक में कुछ लोग बड़ी मात्रा में गांजा लेकर ग्वालियर की तरफ आ रहे हैं। सूचना को पुख्ता करने के लिए एडिशनल एसपी क्राइम सतेंद्र तोमर को निर्देशित किया गया।  उन्होंने डीएसपी क्राइम रत्नेश तोमर और विजय भदौरिया को निर्देश दिए।

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दोनों डीएसपी ने क्राइम ब्रांच की टीम शहर में दो अलग अलग एंट्री पॉइंट पर लगा दिया।  एक तीन सिरोल थाना क्षेत्र में और दूसरी टीम शीतला माता मंदिर रोड के पास लगाई गई।  तभी एक टीम को मुखबिर द्वारा बताय आयशर ट्रक  क्रमांक MP 07 GA 2136 आता दिखाई दिया।  पुलिस ने जब ट्रक रोकने की कोशिश की तो उसमें सवार चार लोग ट्रक छोड़कर भागने लगे जिन्हें पुलिस ने घरबंदी कर पकड़ लिया।

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पुलिस ने जब ट्रक की तलाशी ली तो ट्रक चकमा देने के लिए नील रंग के तिरपाल से ढंका था उसमें आगे की तरफ नील रंग के खाली प्लास्टिक के ड्रम रखे थे।  ट्रक के अंदर जब पुलिस ने तलाशी ली तो अंदर की तरफ बोरियों में गांजा भरा मिला।  पुलिस ने जब गांजे की बोरियों को तोला तो उसका वजन 720 किलो ग्राम निकला जिसके कमर 1 करोड़ दस लाख रुपये बताई गई है। पूछताछ में आरोपियों ने खुद को मुरैना का निवासी बताया।  पुलिस ने गांजा बरामद कर आयशर ट्रक को जब्त कर लिया  आरोपियों से पूछताछ की जा रही है कि वो ये गांजा कहाँ से लाये हैं और ग्वालियर में किन्हें सप्लाई करने वाले थे।

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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