स्टूडेंट्स के लिए जरूरी खबर, 15 सितम्बर तक शासकीय महिला पॉलीटेक्निक में कॉलेज लेवल काउंसलिंग, जानें डिटेल्स

कॉलेज में द्विवर्षीय व त्रिवर्षीय सात डिप्लोमा कोर्सेज संचालित है। जिनमें 12वीं कक्षा पास के लिये दो पाठ्यक्रम मॉर्डन ऑफिस मैनेजमेंट एवं ब्यूटी कल्चर एण्ड कॉस्मेटोलोजी शामिल हैं।

Atul Saxena
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Women's Polytechnic Gwalior
Gwalior News : पॉलीटेक्निक में एडिमिशन लेकर तकनीकी क्षेत्र में करियर बनाने वाली महिला स्टूडेंट्स के ये खबर जरूरी है, ग्वालियर के महिला पॉलीटेक्निक में इस समय कॉलेज लेवल काउंसलिंग जारी है लेकिन इसके लिए अब केवल दो दिन शेष बचे हैं, इसलिए एडमिशन लेने की इच्छुक महिला स्टूडेंट्स जल्दी से प्रक्रिया का पालन कर एडमिशन ले सकती हैं।

5 सितम्बर तक कॉलेज लेवल काउंसलिंग

ग्वालियर के पड़ाव क्षेत्र में स्थित शासकीय महिला पॉलीटेक्निक में अंतिम चरण की कॉलेज लेवल काउंसलिंग जारी है। प्रवेश लेने की इच्छुक छात्राएँ 15 सितम्बर तक एमपी ऑनलाइन पर पंजीयन कराकर एवं कॉलेज में उपस्थित होकर काउंसलिंग में भाग ले सकती हैं।

बसाइट https://dte.mponline.gov.in पर उपलब्ध है जानकारी 

प्रवेश नियम एवं अर्हता के संबंध में विस्तृत जानकारी वेबसाइट https://dte.mponline.gov.in पर उपलब्ध है। कॉलेज में दिव्यांग, आर्थिक रूप से कमजोर एवं आरक्षित वर्गों की छात्राओं की फीस माफ रहती है। साथ ही किताबें व स्टेशनरी भी प्रदान की जाती है।

12 वीं पास छात्राएं इन कोर्स में ले सकती हैं एडमिशन 

शासकीय महिला पॉलीटेक्निक की प्राचार्य डॉ. ए ए सिद्दिकी से प्राप्त जानकारी के अनुसार कॉलेज में द्विवर्षीय व त्रिवर्षीय सात डिप्लोमा कोर्सेज संचालित है। जिनमें 12वीं कक्षा पास के लिये दो पाठ्यक्रम मॉर्डन ऑफिस मैनेजमेंट एवं ब्यूटी कल्चर एण्ड कॉस्मेटोलोजी शामिल हैं।

10वीं पास छात्राओं के लिए ये अवसर   

साथ ही 10वीं कक्षा पास छात्राओं के लिये कम्प्यूटर साइंस, इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी, आर्किटेक्चर एण्ड इंटीरियर डिजाइन, इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग एवं टेक्सटाइल डिजाइन पाठ्यक्रम कॉलेज में संचालित हैं। इन सभी कोर्सेज में रिक्त सीटों की पूर्ति कॉलेज लेवल काउंसलर के माध्यम से की जायेगी।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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