इंदौर, आकाश धोलपुरे। मुंबई (mumbai) के बाद मिनी मुंबई (mini mumbai) याने इंदौर (indore) भी अब ऐसे मुहाने पर खड़ा है जहां लॉक डाउन (Lockdown) नजदीक नजर आ रहा है। हालांकि लॉक डाउन को लेकर प्रशासन क्या निर्णय लेता है। ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा लेकिन जिस तरह से संक्रमण के आंकड़े बढ़ रहे है वो ये बताने के लिए काफी है इंदौर वाकई उस बार्डर पर है। जहां 2020 का दोहराव हो सकता है। दरअसल, कोरोना (corona) की दूसरी लहर इतनी मजबूती से पलटी मार रही है कि जिसका अंदाजा लगाना किसी जे लिए भी मुश्किल ही था।
हालांकि, लॉक डाउन को लेकर सरकार और प्रशासन इसलिये तैयार नही है क्योंकि आर्थिक गतिविधियों पर लगाम कोई नही चाहता है लेकिन हालात ज्यादा बिगड़े तो विकल्प कम ही है। बात की जाए सोमवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग जिला इंदौर द्वारा जारी किये गए मेडिकल बुलेटिन की तो, आंकड़े हैरान कर देने वाले सामने आए है। दरअसल, सोमवार को कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड 805 नए मरीज सामने आए है। जिसके इंदौर में कुल 5875 पॉजिटिव मरीजो का इलाज जारी है। हालांकि 516 मरीजो ने कोरोना को मात दी है और वो स्वस्थ होकर घर लौट चुके है। वही 3 लोगो की मौत के बाद मरने वालों की संख्या 977 तक जा पहुंची है।
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कोविड के नोडल अधिकारी डॉ. अमित मालाकार ने बताया कि सोमवार को पॉजिटिविटी रेट 12.7 प्रतिशत रहा है और 3 लोगो की मौत के बाद फेटालिटी रेट 1.3 प्रतिशत पर है। वही रिकवरी रेट घटकर 90 प्रतिशत के करीब पहुंच चुका है। उन्होंने बताया कि बेड ऑक्यूपेंसी बढ़ाने के लिए प्रशासन के प्रयास जारी है और वर्तमान में 6100 बेड कोविड मरीजो के इलाज के लिए उपलब्ध है। वही ए सिम्प्टोमेटिक केस के लिए डे केयर सेंटर के निर्देश भी जारी किए गए है जिस पर काम चल रहा है।
मार्च के बाद अब अप्रैल में कोरोना के कहर ने आम जनजीवन में ठहराव सा ला दिया। जिसका असर सड़को पर देखा जा सकता है लेकिन सवाल अब भी वही है कि कई लोग मास्क की महत्ता को नही समझ रहे है। इसी का परिणाम है ठीक ढंग से मास्क नही लगाने के चलते लोग संक्रमण का शिकार हो रहे। लोगो के मास्क न पहनने को लेकर प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने तो एक नया नारा भी दिया है। मास्क नही तो बात नही। फिलहाल, इंदौर में कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है ऐसे में आप सभी कोविड नियमो का पालन करे और 45 वर्ष से अधिक उम्र है तो वैक्सीनेशन जरूर करवाये।