इंदौर, आकाश धोलपुरे। एक बार कोरोना ने इंदौर में आतंक मचाया है और इसी का परिणाम है कि अब प्रदेश ही नही बल्कि देश का सबसे स्वच्छ शहर कोरोना की रडार पर है। बीते दो दिनों में कोरोना संक्रमितों की जो संख्या आई है वो ये बताने के लिए काफी है। कोरोना की तीसरी लहर शहरवासियों के साथ ही प्रशासन के लिए चिंता का सबव बन गई है।
इंदौर में शनिवार को कोरोना ने संक्रमण के मामले में पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है। जिसका नतीजा ये है कि कल 546 नए पॉजिटिव मरीज सामने आए है। वही कोरोना के कारण शनिवार को 3 लोगो ने जान गंवाई है जिसके बाद अब तक कोरोना संक्रमण से कुल 732 लोगो की मौत हो चुकी है। इधर, अभी भी इंदौर कोविड सेंटर्स सहित निजी अस्पतालों में कुल 2825 मरीजो का ईलाज जारी है।
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हैरान कर देने वाली कोरोना की भयावह स्थिति के फेर में शनिवार को शहर की 252 कालोनियां आ गई है। जिनमे विजय नगर, उषा नगर एक्सटेंशन, सुदामा नगर, तिलक नगर, गोधा कालोनी, अन्नपूर्णा रोड़, परदेशीपुरा, नंदानगर और वैशाली नगर में ज्यादा मरीज मिले है। शहर के ये क्षेत्र वो क्षेत्र है जहाँ जनसंख्या घनत्व ज्यादा होने के साथ ही छोटे छोटे लेकिन भीड़ भाड़ वाले बाजार लगते है।
इधर, संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या के साथ बता दे कि शहर में निजी अस्पतालों सहित कुल 46 सेंटर्स पर कोविड पेशेंट का ईलाज चल रहा है। वही स्वास्थ्य विभाग ये मान रहा है कि शहर में त्यौहार के मौके पर लोगो ने मास्क नही लगाने और सामाजिक दूरी का पालन नहीं किया उसी के परिणाम सामने आ रहे है। इधर, उपचुनाव और राजनीतिक आयोजन भी बहुत हद इसके लिये जिम्मेदार है इसे भी नकारा नही जा सकता है।
फिलहाल, इंदौर को एक बार फिर ज्यादा सतर्क और सजग होना जरूरी हो गया है क्योंकि सावधानी हटी और दुर्घटना घटी वाली स्थिति आ चुकी है। ऐसे में मास्क लगाये, सामाजिक दूरी बनाए रखे और साथ ही बार – बार हाथ धोये क्योंकि ताकि आप स्वस्थ और सुरक्षित रहे और आपके अपने भी।