ग्वालियर।अतुल सक्सेना
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता जय सिंह कुशवाह ने पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा को उन्हें कूड़ा करकट कहे जाने पर पलटवार किया है। अनूप मिश्रा को जवाब देते हुए पूर्व साडा अध्यक्ष ने कहा कि वे पहले अपने बारे में सोचे, दो साल से कचरे में पड़े हैं कोई नहीं पूछ रहा। लेकिन वो मेरे पुराने मित्र हैं कभी कभी बहक जाते हैं। दरअसल उन्हें जौरा से टिकट चाहिए इसलिए लाइम लाइट में आने के लिए बेतुकी बातें कर रहे हैं। मै बुरा नहीं मानता।
उपचुनाव नजदीक आने और नेताओं के दल बदलने को लेकर शुरू हुई सियासत तेज हो गई है। पार्टियों में ही नेता एक दूसरे पर कटाक्ष करने से नहीं चूक रहे। ताजा मामला ग्वालियर के दो बड़े नेताओं का है। पिछले दिनों पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने पूर्व साडा अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के करीबी जय सिंह कुशवाह का नाम लिए बिना टिप्पणी करते हुए अप्रत्यक्ष रूप से उन्हें पार्टी का कूड़ा करकट कहा था। मीडिया ने जब अनूप मिश्रा से सवाल किया था कि कुछ लोगों का पार्टी से मोह भंग क्यों हो रहा है तब उन्होंने कहा कि जो जा रहे हैं वे कूड़ा करकट हैं, अच्छा है पार्टी की गंदगी साफ हो जायेगी। दर असल पार्टी से नाराज चल रहे जय सिंह कुशवाह ने पिछले दिनों कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से मुलाकात कर अंचल की राजनैतिक हलचल बढ़ा दी थी । अनूप मिश्रा का बयान उसी मुलाकात से जोड़कर देखा गया। अब इसपर जय सिंह कुशवाह ने पलटवार किया है।
जय सिंह कुशवाह ने अनूप मिश्रा को करारा जवाब देते हुए कहा कि पहले वो अपने बारे में सोचें। दो साल से कचरे में पड़े हैं। कोई नहीं पूछ रहा। वे कभी कभी सनक जाते हैं। मेरे दोस्त हैं मैं उनकी बातों का बुरा नहीं मानता। वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि कुछ दिन पहले ही प्रदेश के दिवंगत राज्यपाल स्व लालजी टंडन ने भी अनूप मिश्रा को घर में रहने के लिए कहा था। इतना ही नहीं 2019 में तो अनूप मिश्रा लोकसभा हराने निकल पड़े थे उनका एक ऑडियो अजय पाल सिंह से बात करते हुए वायरल हुआ था। वे कभी कभी बहक जाते हैं खुद नहीं सोचते कि क्या बोलते हैं। खास तौर पर जब कोई चुनाव आते हैं तो लिए लाइम लाइट में आने के लिए बेतुकी बातें करने लगते हैं। जय सिंह ने दावा किया कि अनूप मिश्रा जौरा विधानसभा से टिकट चाहते हैं इसलिए ज्ञान बांट रहे हैं जब चुनाव खत्म हो जायेंगे तो थोड़े दिन बाद बिल में घुस जायेंगे। हम तो बारहमासी लोग हैं हमें कोई फर्क नहीं पड़ता।