भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya pradesh) की 28 विधानसभा सीटों (28 assembly seats) पर भले ही कांग्रेस (congress) ने अच्छा प्रदर्शन ना किया हो लेकिन कमलनाथ (kamalnath) ने अब अपनी भूमिका तय कर ली है और इस पर अमल करते हुए वह कांग्रेस को एक बार फिर से खड़ा करने की कोशिश करेंगे। कमलनाथ ने कहा कि विपक्ष की भूमिका कांग्रेस सकारात्मक तरीके से निभाएगी।
बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश का विकास कांग्रेस की प्राथमिकता है। कांग्रेस अपनी प्राथमिकता से समझौता नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि अब हमें नगर निकाय चुनाव (Municipal elections) की तैयारी में लगना है। कमलनाथ ने कहा कि नगर निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव कांग्रेस की पहली प्राथमिकता होगी। इसी के साथ कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में हो रहे सौदेबाजी का पता उन्हें अक्टूबर में ही लग गया था किंतु सौदेबाजी करके प्रदेश का नाम कलंकित नहीं करना चाहते थे।
कमलनाथ ने कहा कि जो लोग यह सोच रहे हैं कि इस हार के बाद कमलनाथ प्रदेश छोड़कर चले जाएंगे। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि कमलनाथ ने कभी भी कांग्रेस का सर झुकने नहीं दिया है। मैं प्रदेश में रहकर प्रदेशवासियों की सेवा करूंगा। हमने 1977 का दौर भी देखा है। जब कांग्रेस खत्म हो गई थी और हमने भाजपा को 2 सीटों पर भी देखा है।
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कांग्रेसियों की तारीफ करते हुए कमलनाथ ने कहा कि इस चुनाव में सब ने अपनी मेहनत से कार्य किया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार चुनकर आई तब उनके सामने कई तरह की समस्याएं थी। हमने हर समस्या पर बारीकी से नजर रखा और उसे सही तरीके से निपटने की कोशिश की। हमने अपने वचन पत्रों के वादे को पूरा करने की कोशिश की लेकिन हम उपचुनाव (Byelection) में जनादेश का भी सम्मान करते हैं।
इस उपचुनाव में कांग्रेस को जिन विधानसभा क्षेत्र में करारी हार का सामना करना पड़ा है। वहां के जिला प्रभारी को कमलनाथ ने कहा कि वह इस की जल्द से जल्द रिपोर्ट (report) बना कर दें। कमलनाथ ने कहा कि वह स्वयं इसके परिणामों की समीक्षा और विश्लेषण करेंगे।