खंडवा, सुशील विधानी। एक ओर जहां पुलिस (police) लाेगाें की मदद कर मसीहा बनती है, तो वही दूसरी तरह पुलिस को हैवान बनने में ज्यादा वक्त नहीं लगता। और एक ऐसा ही हैवानियत का ताजा मामला खंडवा (Khandwa) से सामने आया है जहां एक पुलिस ने एक परिवार के घर में घुस कर जमकर पिटाई कर डाली। इतना ही नहीं बल्कि परिवार के खिलाफ कई धाराओं के खिलाफ केस भी दर्ज कर दिया।
जानकारी के अनुसार पूरी घटना खंडवा के पंधाना विधानसभा (Pandhana VidhanSabha) क्षेत्र में छैगांवमाखन थाना स्थित सरसोद बंजारी गांव का है जहां एक कोरोना संक्रमित (Corona infected) युवक को लेने स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची थी और कुछ विवाद के चलते टीम ने पुलिस को सूचना दी जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। जहां पुलिस ने ना सिर्फ संक्रमित युवक को बल्कि उसके परिवार के सभी लोगों को जमकर पीटा। वही युवक के माता-पिता और बहनों पर भी खूब लाठियां बरसाई। पुलिसवालों ने एक महिला को इतना पीटा कि वो रोड पर ही बेहोश होकर गिर गई। पुलिस का मन इतने से ही नहीं भरा उन्होंने परिजन के खिलाफ कई धाराओं के साथ केस भी दर्ज कर दिया।
वही जब इसकी सुचना विधायक राम दांगोरे को लगी तो उन्होंने मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग की है। इधर पुलिस का कहना है कि कोराेना पाजिटिव आए युवक के स्वजनों ने स्वास्थ्यकर्मी और पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की। बचाव में पुलिस को लठ चलाना पड़े। पुलिसकर्मियों ने सरेराह एक महिला को इतना पीटा कि वह सड़क पर ही बेसुध होकर गिर पड़ी। मामले का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। फिलहाल वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मामले की जांच करवा रहे है। पुलिस ने 353, 332, 342, 34, 506, 294, 188 धारा और आपदा प्रबंधन की धारा 52 के तहत केस दर्ज किया। वही इस मामले में गांव वालों ने ही हंगामा कर दिया और पुलिसकर्मियों पर FIR दर्ज कर एवं तत्काल निलंबित किये जाने की मांग की हैं।
वही इस पूरे मामले में कांग्रेस के नेता अरुण यादव ने मांग की है कि आरोपी पुलिसकर्मियों को तुरंत सस्पेंड करें। उन्होंने सोशल मीडिया इस घटना का वीडियो जारी करते हुए लिखा कि खण्डवा जिले मे इंदौर की घटना दोहराई, छैगांव माखन थाना क्षेत्र के बंजारी गांव मे पुलिस द्वारा की गई गुंडागर्दी की घटना सामने आई,स्वास्थ्य विभाग के साथ कोरोना पॉजिटिव मरीज को लेने गई पुलिस ने मरीज के परिजनों को जमकर पीटा,पुलिसकर्मियों पर FIR दर्ज की जाए एवं तत्काल निलंबित किया जाए।