अब नहीं जाना पड़ेगा चॉइस सेंटर, CM helpline से मिलेगा खसरा-खतौनी

Gaurav Sharma
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) गणतंत्र दिवस (Republic Day) के पहले ही प्रदेश में नई सेवाओं की शुरुआत (Introduction of new services) करने जा रहे है। जिसका लाभ पूरे प्रदेशवासियों को मिलेगा। आमतौर पर देखा जाता है कि प्रदेश में किसानों को अपने खेत का खसरा (Farm measles) और खतौनी (Khatauni) निकलवाने के लिए चॉइस सेंटर पर जाना पड़ता है। जिससे उन्हें काफी दिक्कतें आती है। ऐसे में सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने इसका हल निकालते हुए कहा कि अब किसानों को चॉइस सेंटर (Choice Center) जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि किसान अपना खसरा और खतौनी (Measles and Khatauni) सीएम हेल्पलाइन 181 (CM helpline 181) के जरिए पा सकेंगे। इस सेवा की शुरुआत गणतंत्र दिवस के पहले ही सीएम द्वारा की जाएगी।

25 जनवरी को होगा सीएम का लाइव प्रसारण

इस नई सेवा की शुरुआत करने के लिए 25 जनवरी को सीएम शिवराज सिंह चौहान का लाइव प्रसारण (Live telecast of CM Shivraj Singh Chauhan) होगा। जो भोपाल (Bhopal) से किया जाएगा। मध्यप्रदेश वासियों को खसरा-खतौनी के लिए अब केलव सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 (CM helpline number 181) पर कॉल करना होगा, जिस पर मांगे गए दस्तावेज के बारे में बताने के बाद आप अपना खसरा और खतौनी निर्धारित शुल्क जमा कर ई-मेल या व्हाट्सएप पर प्राप्त कर सकेंगे।

प्रदेश में नई सेवाओं की शुरूआत 

वहीं लोक सेवा गारंटी कानून (Public Service Guarantee Act) के तहत अगर खसरा, खतौनी और नक्शा किसी कारणवश निर्धारित समयसीमा पर नहीं मिलता है, तो वह पोर्टल पर स्वतः ही अगले ही दिन मिल जाएगा। प्रदेश में नागरिकों को सुविधा पहुंचाने के लिए सरकार कई तरह की सुविधाएं निर्धारित समयसीमा पर जनता को उपलब्ध करा रही है। इसी कड़ी में नागरिकों को विभिन्न तरह की अनुमतियां लोक सेवा गारंटी कानून (Public Service Guarantee Act) के तहत दी जा रही है। जिसमें प्रमाणपत्र (certificate) आदि शामिल है। इसी के स्वरूप में विस्तार करते हुए नई सेवाओं की शुरूआत की जा रही है।

सीएम हेल्पलाइन से प्राप्त होगा खसरा-खतौनी

बता दें कि इससे पहले भी मुख्यमंत्री सीएम शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister CM Shivraj Singh Chauhan) ने स्थानीय निवासी और जाति प्रमाण पत्र के लिए परेशान होते युवाओं को ध्यान में रखते हुए सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) के माध्यम से प्रमाणपत्र उपलब्ध कराने की सेवा शुरू की थी। जिसके बाद अब सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से ही लोगों को खसरा और खतौनी (Measles and Khatauni) भी मिल सकेंगा। इसकी शुरुआत मुख्यमंत्री द्वारा सोमवार को किया जाएगा। जिसमें बताया जाएगा कि जिन्हें भी खसरा-खतौनी चाहिए वह पहले सीएम हेल्पलाइन  (CM Helpline)  पर कॉल करें, जिसके बाद उन्हें बड़ी ही आसानी से खसरा और खतौनी उपलब्ध हो जाएगी।

शुल्क जमा करने के लिए भी दिया जाएगा ऑप्शन

इस संबंध में राजस्व विभाग के अधिकारियों ने कहा कि जिन्हें खसरा-खतौनी चाहिए वह निर्धारित शुल्क जमा कर प्राप्त कर सकेंगें। लोगों को निर्धारित शुल्क जमा करने के लिए भी ऑप्शन दिया जाएगा, जिसमें उन्हें एक लिंक भेजी जाएगी, जो एक ही दिन में मिलेगी।

सीएम कलेक्टर और कमिश्नरों से करेंगे चर्चा

इस नई सेवा की शुरुआत करने से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के कलेक्टर और कमिश्नरों से बात करेंगे। इसके लिए 25 जनवरी को भोपाल के मिंटो हॉल में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जहां पर सीएम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कलेक्टर और कमिश्नरों से चर्चा करेंगे। बता दें कि 25 जनवरी को लोक सेवा गारंटी कानून के 10 साल पूरे हो जाएंगे। इस दौरान लोक सेवा एवं सुशासन के क्षेत्र में अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित भी किया जाएगा।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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