CM Rising School चले हम! बच्चों को प्राइवेट स्कूलों जैसी सुविधाओं का मिलेगा लाभ

Gaurav Sharma
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भोपाल,डेस्क रिपोर्ट।  मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार (Shivraj Government) लगातार नए प्रस्तावों और योजनाओं को लाकर प्रदेशवासियों का दिल जीतने में लगी हुई है। सीएम शिवराज (CM Shivraj) द्वारा प्रदेश के बच्चों को गुणवत्ता शिक्षा (Quality Education) देने के लिए एक ठोस कदम उठाया जा रहा है, जिसके तहत प्रदेश में सीएम राइजिंग स्कूल (CM Rising School) खोले जाएंगे, जो बच्चों को निजी स्कूलों (Private Schools) जैसी सुविधाएं (Facilities) उपलब्ध कराएंगे।

नर्सरी से लेकर 12वीं तक संचालित की जाएंगी कक्षाएं 

सीएम राइजिंग स्कूल (CM Rising School) की शुरुआत 350 स्कूलों को खोलकर की जाएगी, जिनकी सुविधाएं ठीक निजी स्कूल की तरह होंगी। सीएम राइजिंग स्कूल (CM Rising School) नर्सरी से लेकर 12वीं कक्षा तक खोले जाएंगे, जो ना सिर्फ बच्चों को शिक्षा देंगे, बल्कि उनको घर से स्कूल आने जाने के लिए बस सुविधा भी दी जाएगी। बता दें कि 15 किलोमीटर तक इस स्कूल के आस-पास कोई और दूसरा स्कूल नहीं होगा। मिली जानकारी के अनुसार सीएम राइजिंग स्कूल (CM Rising School) के जरिए प्रदेश में 9 हजार 920 एक्सीलेंस स्कूल खोले जाएंगे।

इन स्कूलों में नहीं होगी टीचरों की कमी 

कैबिनेट बैठक में शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी ने प्रेजेंटेशन के जरिए सीएम राइजिंग स्कूल (CM Rising School) के बारे में जानकारी दी। प्रदेश में 350 स्कूलों की शुरुआत की जा रही है। इन स्कूलों में आधारभूत सुविधा जैसे खेल मैदान होंगे, साथ ही इन स्कूलों में टीचरों की कमी नहीं होगी। वहीं अगर 15 किलोमीटर में कोई और स्कूल भवन होगा तो उसे शासन को सौंप दिया जाएगा। प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत सभी मंत्रियों ने स्वीकृति दे दी है। सीएम राइजिंग स्कूल के जरिए स्कूल शिक्षा विभाग एकेडमिक टारगेट को पूरा करेगा।

दो चरणों में किया जाएगा मर्ज

बता दें कि सीएम राइजिंग स्कूल (CM Rising School) दो चरणों में मर्ज किया जाएगा। पहले चरण में जो स्कूल 3 से 5 किलोमीटर के दायरे में आएंगे उन्हें मर्ज किया जाएगा। इसके बाद 5 से 8 किलोमीटर के बीच आने वाले मिडिल लेवल स्कूल को मर्ज किया जाएगा। सीएम राइजिंग स्कूलों को खोलने के बाद सरकार द्वारा इससे जुड़ी और जानकारी साझा की जाएगी।

ये होंगी सुविधाएं

  • संकुल स्तर के स्कूलों में संकुल के निचे की सभी सुविधाओं के अलावा कैफेटेरिया,जिम, लाइब्रेरी, लैब, बैंकिंग काउंटर, एनसीसी की सुविधा और क्रिएटिव थिंकिंग जैसी सुविधाएं बच्चों को मुहैया कराई जाएंगी।
  • ब्लॉक स्तरीय स्कूलों में संकुल स्कूलों की तमाम सुविधाओं के साथ ऑडिटोरियम और शिक्षकों के लिए आवास की सुविधा रहेंगी।
  • वही जिला स्तरीय स्कूलों के नीचे कि तीनों स्तर की सुविधाओं के साथ डिजिटल स्टूडियो, स्विमिंग पूल , ट्रेक एंड फील्ड जैसी सुविधाएं बच्चों को दी जाएंगी।

प्रदेश के गृह मंत्री द्वारा साफ किया गया है कि मध्य प्रदेश में कोई भी स्कूल बंद नहीं किए जाएंगे, बल्कि अब 9 हजार 920 नए स्कूल खोले जाएंगे। मध्य प्रदेश के बच्चे सीबीएसई (CBSE) और आईसीएसई (ICSE) बोर्ड के बच्चों के साथ मुकाबला कर सके, इसलिए प्रदेश में सीएम राइजिंग स्कूल (CM Rising School) खोले जा रहे हैं। इन स्कूलों में क्वालिटी एजुकेशन दी जाएगी। बता दें  कि सीएम राइजिंग स्कूल (CM Rising School) के लिए अलग से बजट में प्रावधान किया गया है। इन स्कूलों में टीचरों की पूर्ति नई भर्ती और  मौजूदा शिक्षकों के जरिए की जाएगी। इन स्कूलों की गुणवत्ता पर सबसे ज्यादा नजर रखी जाएगी।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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