भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश विधानसभा बजट सत्र (Madhya Pradesh Legislative Budget Session) में अब शिवराज सरकार (shivraj government) द्वारा किया गया कोरोना (corona) खर्च विवाद का विषय बन गया है। दरअसल बीते दिनों विधानसभा में शिवराज सरकार ने कहा कि प्रदेश में कोरोना से निपटने के लिए अब तक 724 करोड रुपए खर्च किए जा चुके हैं। जिस पर अब राज्यसभा सांसद और कांग्रेस नेता विवेक तन्खा (vivek tankha) ने निशाना साधा है।
दरअसल विधानसभा बजट सत्र के दौरान शिवराज सरकार ने कहा कि प्रदेश मैं कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए मप्र सरकार द्वारा 30 करोड़ रुपए का काढ़ा वितरित किया गया है। जिस पर सवाल उठाते हुए राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा है कि अब शिवराज सरकार आपदा में भी अवसर तलाश रही है।
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विवेक तंखा ने कहा कि मध्यप्रदेश में 30 करोड़ रुपए का काढ़ा सरकार द्वारा वितरित किया गया है। वह भी 40 ग्राम के पैकेट्स में। इसके साथ ही विवेक तन्खा ने कहा कि यह पैकेट किसको मिला है। यह प्रदेश में शोध का विषय बन गया है।इतना ही नहीं राज्यसभा सांसद और कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने सवाल पूछते हुए कहा है कि यह 30 करोड़ रुपए का काढ़ा क्या CAG के ऑडिट का विषय नहीं है? राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि कोरोना काल का पूरा फायदा राज्य शासन और प्रशासन द्वारा उठाया गया है।
ज्ञात हो कि बीते दिनों स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी (prabhuram chaudhary) ने विधानसभा बजट सत्र में कहा कि निजी अस्पतालों को 163 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। प्रभु राम चौधरी ने कहा कि प्रति मरीज लगभग 40,443 का खर्च कोरोना काल में किया गया है।
#आपदा भी अवसर। मप्र में ३० crore रुपए का काढ़ा सरकार ने #कोरोना काल में वितरित किया। ५० ग्राम के पक्केट्स में। किसको मिला यह शोध का विषय बन गया है। क्या CAG का ऑडिट का विषय नहीं हैं। #कोविद कार्यकाल को पूरा फ़ायदा उठाया शासन एवं प्रशासन !! @jitupatwari @INCMP @INCIndia
— Vivek Tankha (@VTankha) February 25, 2021