मध्यप्रदेश(Madhya Pradesh) में ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट(All India Motor Transport) ने अपनी मांगों को लेकर 10 से 12 अगस्त तक सांकेतिक हड़ताल करने का आवाहन किया है। मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने शिवराज सरकार(Shivraj government) से 5 मांग की है। जिसको राज्य शासन द्वारा ना मानने पर अब ट्रांसपोर्टर्स हड़ताल पर चले गए हैं। वही अब इसमें सियासत गरमा गई है। जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ(Former Chief Minister Kamal Nath) ने बड़ा बयान दिया है।पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि मैंने कई बार इनकी मांगों को दोहराया है और इस संबंध में राहत देने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र भी लिखें किंतु अब तक इस विषय पर सरकार की तरफ से कोई सुनवाई नहीं होना जनहित के खिलाफ है।
दरअसल कमलनाथ सरकार ने ट्वीट करते हुए शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। बस ऑपरेटर्स की मांग को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि इस संकटकाल को देखते हुए डीजल पर लगने वाले करो एवं रोड टैक्स में कमी सहित अन्य करों में भी राहत की मांग गलत निर्णय नहीं है।कमलनाथ ने कहा कि मैंने कई बार इनकी मांगों को दोहराया और मुख्यमंत्री को इस संबंध में राहत देने के लिए पत्र भी लिखें। वहीं उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में बस ऑपरेटर्स ने विरोधस्वरुप अपनी बसो का संचालन बंद कर रखा है और अब आज से ट्रक एसोसिएशन ने भी प्रदेश में तीन दिवसीय हड़ताल का आव्हान किया है। इससे व्यापार – व्यवसाय प्रभावित होगा और बसो के बंद रहने से आम जनजीवन पहले से ही प्रभावित है। कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस उनकी माँगो का समर्थन करती।वहीं सरकार से माँग की है कि जनहित में उनकी माँगो को तत्काल मान कर उन्हें राहत प्रदान की जाए।
बता दें कि ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) के आह्वान पर अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर आज से ट्रांसपोर्टर्स प्रदेशव्यापी हड़ताल (transporters strike) पर है। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस की 5 मांगों में आरटीओ सीमाओं के चेक पोस्ट खत्म करने, डीजल पर वैट में कमी करने, रोड टैक्स और गुड्स टैक्स में छह महीनों की छूट दी जाने और चालकों का कोविड बीमा किया जाना और बसों पर माल लदान लाइसेंस का विरोध शामिल है।जिसको लेकर अब वो हड़ताल पर हैं