भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। एक तरफ जहां देशभर में किसान आंदोलन (farmer protest) की जंग छिड़ी हुई है। वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूं खरीदने की तैयारी पूरी कर ली है। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए सोमवार से किसानों का रजिस्ट्रेशन (reagistration) किया जाएगा।
दरअसल मध्य प्रदेश में इस बार 40 लाख टन धान समर्थन मूल्य पर खरीदी गई है। वहीं पिछले साल के धान गोदामों में पड़े हुए हैं। जबकि इस साल के धान और नए गेहूं को सुरक्षित रखने के लिए गोदामों की कमी पड़ रही है। जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केंद्र सरकार से अपील की है कि धान का जल्द से जल्द उठाव कराया जाए।
धान उठाव की गति धीमी होने की वजह से गोदाम खाली नहीं हो पा रहे है। जिससे नए अनाज को जगह मिलने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इधर परिवहन की गति को देखते हुए मार्च महीने से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की जाएगी। प्रदेश में गोदाम का खाली ना होना इसका बड़ा कारण है।
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आपूर्ति निगम के अधिकारियों ने बताया कि इस बार बटाईदार किसानों का पंजीयन ऑनलाइन की जगह पंजीयन केंद्रों पर ही किया जाएगा । वहीं इसका सत्यापन तहसीलदारों से कराया जाएगा। आज से शुरू हो रहे पंजीयन प्रक्रिया के साथ प्रदेश में गोदामों की खाली होने के बाद मार्च महीने से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की जाएगी।
बता दें कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली की यात्रा पर थे। जहां उन्होंने केंद्र सरकार से मध्य प्रदेश के गोदामों में पड़े अनाज का उठाव के लिए सेंट्रल पुल से तेजी करने की मांग की थी। वहीं दूसरी तरफ खाद विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस बार भी गेहूं की खरीदी काफी अच्छी होने की संभावना है। वहीं समर्थन मूल्य प्रति क्विंटल 1975 रुपए रखा गया है। वहीं अधिकारियों ने बताया कि इस साल 58 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की बोवनी हुई है।