भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (madhya pradesh) के एक युवा IAS अधिकारी से सरकार के साथ-साथ IAS बिरादरी भी नाराज हो गई है। दरअसल इस युवा अधिकारी ने प्रदेश में आईएएस पोस्टिंग (IAS Posting) में चल रहे भ्रष्टाचार को लेकर सवाल उठाए थे जिसके चलते उन्हें आईएएस ग्रुप से ही डिलीट (delete) कर दिया गया है। मध्य प्रदेश कैडर (MP Cadre) के 2014 के युवा ऊर्जावान अधिकारी लोकेश कुमार जांगिड़ (Lokesh Kumar Jangid) के 54 महीने में 9 तबादले (transfer) चुके हैं।
उनकी पहली पदस्थापना एसडीएम के रूप में श्योपुर जिले के विजयपुर में थी। जिसके बाद वह अंडर सेक्रेट्री राजस्व, फिर SDM,शहडोल, डिप्टी सेक्रेटरी, अर्बन डेवलपमेंट, CEO जिला पंचायत हरदा, एडिशन कलेक्टर गुना, एडिशनल एमडी राज्य शिक्षा केंद्र, एडिशनल कलेक्टर बड़वानी और एक बार फिर एडिशनल एमडी राज शिक्षा केंद्र बनाए गए हैं। बड़वानी में एडिशनल कलेक्टर (additional collector) रहते हुए लोकेश कुमार जांगिड़ ने जिस तरह से काम किया था उसने पूरे देश भर में सुर्खियां बटोरी थी। कोरोना से निपटने मोटरसाइकिल पर बैठकर गांव गांव जाने का और कोरोना पर विजय पाने का उनका प्रयास मीडिया में भी सराहा गया था। लेकिन उनका अचानक तबादला कर दिया गया।
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इस तबादले को लेकर उन्होंने आईएस ग्रुप के सिग्नल ग्रुप में लिखा “खास बात यह है कि जो अफसर फील्ड में सारे प्रकार के माफियाओं से पैसा उगाही करते हैं। उन्हें ट्रांसफर भी किया जाता है तो एक फील्ड से दूसरी फील्ड में पोस्टिंग दी जाती है और ईमानदारी व कर्तव्य निष्ठा संदेह से परे कार्य करने वाले जो अफसर हैं उन्हें सचिवालय में फेंक दिया जाता है।” उन्होंने लिखा कि “शहडोल में एसडीएम रहते हुए भी मेरे साथ यही सलूक किया गया था। मैंने तत्कालीन कलेक्टर शहडोल नरेश पाल से कहा था कि आप कमजोर कलेक्टर हैं और इस बात पर मेरा तबादला कर मुझे सचिवालय फेंक दिया गया।” उन्होंने बड़वानी कलक्टर शिवराज वर्मा पर भी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए।
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उन्होने यह भी लिखा कि “उच्च स्तर पर जो वरिष्ठ अधिकारी है, वे सब मूक दर्शक बने हुऐ है।” इस पर आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष आईपीसी केसरी ने लिखा “लोकेश सवाल भय होने ना होने का नहीं है। तुमने न केवल अपने कलीग पर आरोप लगाया है बल्कि उनके परिवार पर भी। आप सारी पोस्ट डिलीट कर दो और आगे से ऐसा कुछ मत लिखना।” इस पर लोकेश ने जवाब दिया “मैं डिलीट नहीं करूंगा। मैं जानता हूं आप आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष है और आपके पास पूर्ण शक्तियां निहित है। शुभकामनाएं।” इसके लोकेश को ग्रुप से डिलीट कर दिया गया।
मध्यप्रदेश में लगातार होते जा रहे तबादलों से दुखी होकर लोकेश ने महाराष्ट्र में 3 तीन साल के लिए अपनी पदस्थापना करने का आवेदन भी दिया है। लोकेश ने यह भी लिखा है कि “सेवानिवृत्ति के बाद में अपने संस्मरणो की किताब लिखूंगा जिसमे सारे तथ्य सबके सामने रखूगा ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए। फिलहाल सिविल सेवा आचरण नियमावली से मेरे हाथ बने हुए हैं।” लोकेश के इन संदेशों ने आईएएस बिरादरी के साथ-साथ सरकार में भी हलचल पैदा कर दी है।