भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। प्रदेश में कोरोना (MP Corona) की रफ़्तार तेज हो गई है। 15 से 18 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण अभियान (vaccination abhiyan) को तेज कर दिया गया। टीकाकरण में लापरवाही बरतने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। स्कूलों (MP Schools) में कैंप लगाकर बच्चों को वैक्सीनेट (vaccinate) किया जा रहा है वहीं टीकाकरण में लापरवाही करने पर 29 स्कूलों के प्राचार्य को नोटिस (notice) जारी किया गया है। साथ ही उनसे जवाब मांगे गए हैं।
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 29 स्कूलों के प्राचार्य (principals) को अभिभावकों को टीकाकरण (vacination) के लिए जागरूक करने और ना ही बच्चों को स्कूल बुलाकर वैक्सीनेट करने के मामले में नोटिस जारी कर जवाब मांगे गए हैं। कुछ स्कूलों में टीकाकृत बच्चों (vaccinate students) की संख्या बेहद कम पाई गई है। जिसको पर शिक्षा विभाग (School Education Department) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए स्कूलों और इनके प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है।
कर्मचारियों को जनवरी के वेतन में मिलेगा तोहफा, 4500 रूपए बढ़कर आएगी राशि! जाने कैसे करे क्लेम
इससे पहले स्कूलों को टीकाकरण का केंद्र बनाया गया है। स्कूलों द्वारा बच्चों के अभिभावकों को स्कूल बुलाकर उन्हें टीकाकरण के प्रति जागरूक करने के साथ ही बच्चों को व्यक्त करने के निर्देश दिए गए थे। सभी स्कूल को कम से कम 100 छात्रों को वैक्सीन लगाने की जवाबदेही सौंपी गई थी। बावजूद इसके शिक्षा विभाग के निर्देशों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है।
प्रदेश में जहां एक तरफ Corona के केस में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। वही स्कूलों द्वारा बच्चों को वैक्सीनेट करने की जवाबदारी से इस तरह पीछे हटना गंभीर स्थिति उत्पन्न कर सकता है। ऐसे में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा सभी स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। वहीँ जवाब संतोषजनक न हुए तो प्राचार्यों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिन स्कूलों को नोटिस जारी किया गया। उसमें शासकीय हाई स्कूल बरगी, शासकीय हाई सेकेंडरी स्कूल झरिया, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बढीयाखेड़ा, हाईस्कूल धनवाही सहित 25 अन्य स्कूल शामिल है।