भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में कोरोना (corona) के संक्रमण को देखते हुए पिछले साल स्कूलों (scools) को बंद कर दिया गया था। जिसके बाद दिसंबर (december) महीने में 9वीं से 12वीं के विद्यार्थियों को स्कूल आने की इजाजत दी गई थी। अब राज्य सरकार ने 1 से 8वीं तक के बच्चों के स्कूल खोलने के लिए मंजूरी दे दी है। इसके लिए बुधवार को स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार (indar singh parmar) ने घोषणा की थी।
जिसके बाद अब प्रदेश भर में स्कूलों के संचालन करने की तैयारियां शुरू कर दी गई है। दरअसल मध्य प्रदेश में 1 अप्रैल से बच्चे स्कूल जा सकेंगे। हालांकि बच्चों को स्कूल भेजना है या नहीं। इसकी पूरी जिम्मेदारी अभिभावकों पर होगी। अभिभावकों की सहमति के बाद ही बच्चे स्कूल पहुंचेंगे। इस मामले में स्कूल शिक्षा विभाग (school education department) का कहना है की ऑनलाइन क्लास (online class) में बच्चों को पढ़ने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही बच्चे ऑनलाइन क्लास से बहुत जल्द ही बोर होने लगे हैं। जिसके बाद अब ऑफलाइन कक्षा शुरू की जाएगी।
बता दें कि शिक्षा मंत्री ने अभी कक्षा 1 से लेकर आठवीं तक के बच्चों के स्कूल खोलने के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद प्ले स्कूल (play school), नर्सरी (nursry), एलकेजी (LKG), यूकेजी (UKG) के छोटे बच्चों को अभी स्कूल खुलने का इंतजार करना होगा। वही कोरोना के फैलाव को देखते हुए यह मुमकिन है कि इन बच्चों के स्कूल इस साल भी ना खोले जाए।
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वही नए सत्र के लिए स्कूल में प्रवेश प्रक्रिया भी जारी है। वही कोरोना को देखते हुए कक्षा के संचालन में भी बड़ा बदलाव किया गया है। जहां अब 8 घंटे की कक्षा आयोजित की जाएगी। हालांकि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए एक बार फिर से स्कूल दो शिफ्ट में कक्षाओं का संचालन करेंगे। स्कूलों द्वारा बस संचालन शुरू किया जाएगा। जहां बच्चों को 1 सीट छोड़कर बैठने की इजाजत होगी।
इसके अलावा बच्चों को 7 दिन में सिर्फ 3 दिन ही स्कूल जाना पड़ेगा। इतना ही नहीं इस स्कूल में आइसोलेशन वार्ड भी तैयार किया जाएगा। साथ ही स्कूल के प्रवेश द्वार पर ही बच्चों की स्क्रीनिंग की जाएगी और सैनेटाइज करने के बाद बच्चों को स्कूल में प्रवेश किया जाएगा। पूरे कक्षा संचालन के समय बच्चों को मास्क लगाना अनिवार्य रहेगा।