सावन की सुखाड़ के बाद अब प्रदेश में भारी बारिश का दौर शुरू हो चुका है। प्रदेश के कई जिले में अगस्त माह के शुरुआत के साथ ही फुहारों से मौसम सुहावना बना हुआ है। इसी के साथ मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के करीबन एक दर्जन जिले में भारी बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने नए सिस्टम के निर्माण का भी जिक्र किया है।
दरअसल मौसम विभाग की माने तो बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन चुका है। जिससे प्रदेश में मानसून जैसी स्थिति बन गई है। दबाव क्षेत्र बनने की वजह से मध्यप्रदेश में एक सफ्ताह तक बारिश का दौर जारी रहेगा। वही कम दबाव का क्षेत्र बनने से हवा की दिशा भी बदलेगी। मौसम विभाग ने आगामी चौबीस घंटे के दौरान गरज चमक के साथ हल्की बौछार और कुछ जगहों पर बारिश की संभावना जताई है।
इससे पहले पिछले 24 घंटे के अंदर भोपाल जबलपुर ग्वालियर संभाग के जिलों सहित अनेक स्थान पर बारिश के रिकॉर्ड दर्ज किए गए हैं। जहां परसवाड़ा, लटेरी में 5, नरसिंहगढ़, निवाड़ी में चार बरेली में 3, कोलारस, रामगढ़ घाटी, मुरैना, मंडला, डबरा में 2 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है। वहीं मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में सिर्फ बादल छाए रहे और मौसम भी सुहावना बना रहा।
इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
इसी के साथ मौसम विभाग ने भोपाल, ग्वालियर, मुरैना, सिवनी, पन्ना, विदिशा, छतरपुर, राजगढ़, सीहोर, टीकमगढ़ और अशोकनगर जिले सहित उज्जैन संभाग में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। वही रीवा, शहडोल, सागर, जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर एवं चंबल संभाग में वर्षा के साथ गरज चमक की बात मौसम विभाग ने कही है।