मिलिए Mr. 26 जनवरी टेलर से, जाने कैसा पड़ा इनका नाम छब्बीस जनवरी!

Gaurav Sharma
Published on -

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। 26 जनवरी (26 January) यानी गणतंत्र दिवस (The Republic Day), इस दिन को पूरे देश में एक त्यौहार की तरह मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस (The Republic Day) को लोग अलग-अलग तरीके से देश के प्रति सम्मान (Respect for the country) भावना व्यक्त करते हुए सेलिब्रेट (Celebrate) करते हैं। अब हम आपको इस खबर में एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अपने नाम से खास है। जो सभी से कहते हैं कि मुझे अपने नाम पर गर्व है। जी हां हम बात कर रहे हैं मंदसौर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (Mandsaur District Institute of Education and Training) में एक कर्मचारी का, जिनका नाम है 26 जनवरी टेलर (26 january taylor)।

कई बार हुई परेशानी और मिली खुशी भी

अक्सर हम देखते हैं कि लोगों के नाम में तारीख नहीं आता, लेकिन इस व्यक्ति का नाम 26 जनवरी टेलर (26 january taylor) है। नाम लेकर कई बार उन्हें समस्याओं का सामना भी करना पड़ा है। लेकिन 26 जनवरी टेलर (26 january taylor) को अपने नाम पर गर्व है। 26 जनवरी टेलर (26 january taylor) बताते हैं कि उन्हें अपने नाम को लेकर कई बार मजाक का पात्र (Joke character) बनना पड़ा है, लेकिन इस नाम को लेकर हर बार उन्हें खुशी मिलती है, क्योंकि उनका जन्मदिन पूरा देश मनाता है।

मिलिए Mr. 26 जनवरी टेलर से, जाने कैसा पड़ा इनका नाम छब्बीस जनवरी!

लाख कोशिशों के बाद भी नहीं बदला नाम

26 जनवरी टेलर (26 january taylor) का जन्म 26 जनवरी को हुआ था, इसी के चलते उनके पिता ने उनका नाम 26 जनवरी (26 January) रख दिया। परिजनों ने उनके पिता को नाम बदलने की सलाह भी दी, लेकिन उनके पिता ने कहा कि मेरे बेटे का नाम 26 जनवरी ही रहेगा। 26 जनवरी टेलर (26 january taylor) बचपन में कई बार मजाक का शिकार हुए है और लोगों के लिए आश्चर्य का केंद्र भी बने हैं। जब उनकी नियुक्ति 1991 में मंदसौर शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (Mandsaur Education and Training Institute) में हुई, तो वहां के अफसर उनका नाम सुनकर चकित रह गए। जिसके बाद उन्होंने अफसरों को अपने नाम की कहानी सुनाई।

मिलिए Mr. 26 जनवरी टेलर से, जाने कैसा पड़ा इनका नाम छब्बीस जनवरी!

दफ्तर में ध्वजारोहण के बाद मनाया जाता है जन्मदिन

26 जनवरी टेलर (26 january taylor) जहां कार्यरत है, वहां के अफसर और कर्मचारियों का कहना है कि 26 जनवरी के दिन ध्वजारोहण करने के बाद उनका जन्मदिन बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं। 26 जनवरी आने के 1 हफ्ते पहले ही सभी लोग उन्हें बोलने लगते हैं कि तुम्हारा जन्मदिन आने वाला है। और 26 जनवरी के दिन बड़े धूमधाम से केक काटकर उनका जन्मदिन मनाया जाता है। आगे उन्होंने कहा कि 26 जनवरी टेलर एक कर्मठ कर्मचारी के साथ ही एक अच्छा व्यक्ति भी है।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News