भोपाल।
सियासी संग्राम के बीच रविवार को कोरोना वायरस को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा बुलाई गई आपात कैबिनेट बैठक पर भाजपा नेता व पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसा है।मिश्रा का कहना है कमलनाथ सरकार पर कोरोना का नहीं बल्कि ‘डरो ना’ का असर है, क्योंकि उनके विधायकों ने साथ छोड़ दिया है।सिंधिया के पार्टी बदल देने से मध्य प्रदेश को डरो-ना वायरस हो गया है।जब ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हो सकते हैं तो उनके समर्थक और विधायक क्यों नहीं।
मिश्रा ने आगे कहा कि जब सरकार के मंत्री ही नहीं है तो कैबिनेट बैठक कैसे हो सकती है। कमलनाथ सरकार कैसा स्वांग कर रही है, कैबिनेट मंत्रियों ने तो इस्तीफा दे दिया है, फिर कैबिनेट की बैठक कैसे हो रही है?मिश्रा ने आगे कहा कि हफ्ते-दस दिन में प्रदेश की राजनीतिक स्थिति साफ हो जाएगी। बजट सत्र टलने के उठ रहे सवालों पर उन्हें पूरा भरोसा है कि 16 मार्च से सत्र शुरू हो जाएगा। हम फ्लोर टेस्ट का इंतजार कर रहे हैं। वही उन्होंने हर विधायक की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
नरोत्तम मिश्रा ने अफसरों पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सभी अफसर काम करने में मक्कारी कर रहे हैं। इसके बारे में प्रदेश के राज्यपाल को सोच – विचार करना चाहिए।प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद भी कांग्रेस बीजेपी से प्रभावित हो रही है। हम बाहुबल से नहीं बल्कि बुद्धिबल से लोकतंत्र को चलाने में विश्वास रखते हैं।