भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कोरोना महामारी(Corona epidemic) के बीच एक तरफ जहां लॉकडाउन(Lockdown) की वजह से स्कूलों को बंद रखा गया है वहीं दूसरी तरफ बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। जिसको लेकर स्कूल शिक्षा विभाग, म.प्र.(School Education Department, M.P.) लगातार नए नए प्रयास कर रहा है। इसी बीच सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई(Online teaching) को बेहतर तरीके से व्यवस्थित करवाने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने बड़ा निर्णय लिया है। जिसके तहत ऑनलाइन पढ़ाई बेहतर तरीके से इसके लिए व्हाट्सएप आधारित मूल्यांकन प्रक्रिया(WhatsApp based evaluation process) की शुरुआत की जाएगी।
दरअसल इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र आयुक्त, म.प्र.(State Education Center Commissioner, M.P.) ने निर्देश जारी करते हुए सभी जिले के शिक्षा अधिकारियों से कहा है कि जिले में यह प्रक्रिया प्रभावी रूप से लागू हो इसका ध्यान रखा जाए। वही अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक अजय दुबे ने बताया कि फिलहाल हमारा घर, हमारे विद्यालय योजना के तहत व्हाट्सएप आधारित मूल्यांकन भोपाल(Bhopal) सहित पांच जिलों में शुरू किया जा रहा है। जिसके बाद इसकी उचित परिणाम को देखते हुए अन्य जिलों में भी इसे लागू किया जाएगा। यह प्रक्रिया कक्षा पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए तेजी से तैयार की जा रही है।
इस तरह होगा कार्यान्वयन
व्हाट्सएप आधारित मूल्यांकन प्रक्रिया एक ऐसी प्रक्रिया है। जिसमें कक्षा पहली से आठवीं के बच्चों से व्हाट्सएप के जरिए विभिन्न विषयों से प्रश्न पूछे जाएंगे। जिसके लिए उन्हें 1 सप्ताह का समय दिया जाएगा। यदि कोई विद्यार्थी समय काल से पूर्व प्रश्नों को हल कर देता है तो शिक्षकों द्वारा उसे प्रोत्साहित भी किया जाएगा। इसके साथ ही हर सप्ताह प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएगी।
शिक्षकों को ये जिम्मेदारी
वहीं दूसरी तरफ शिक्षकों की जिम्मेदारी रहेगी कि वह व्हाट्सएप मूल्यांकन प्रक्रिया में अपने जिले के लिए व्हाट्सएप लिंक(Whatsapp Link) प्राप्त करें। वही दिशा निर्देश की जानकारी विद्यार्थी और अभिभावकों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी शिक्षकों पर रहेगी। इसके साथ ही इस प्रक्रिया को अपनाने के लिए बच्चों को प्रोत्साहित करने का कार्य भी शिक्षक ही करेंगे। वहीं पहली-दूसरी कक्षाओं के बच्चों को दिए जाने वाले प्रश्नों को हल करने में उनके माता-पिता उनके सहायता करेंगे।
फ़िलहाल 5 जिलों में शुरू होगी प्रक्रिया
फिलहाल इस व्यवस्था को भोपाल, विदिशा(Vidisha), राजगढ़, सीहोर(Sehore) और रायसेन(Raisen) जिले में व्यवस्थित तरीके से लागू किया जाएगा। वही इस प्रक्रिया में भोपाल राज्य शिक्षा केंद्र से अधिकारियों को व्हाट्सएप मोबाइल नंबर शिक्षकों को दिए जाएंगे। जिसे शिक्षक व्हाट्सएप एसेसमेंट(Whatsapp assessment) के नाम से सेव करेंगे और आगे आने वाले समय में बच्चों और अभिभावकों को भी व्हाट्सएप नंबर इसी नाम से सेव करवाएंगे।
बता दे की महामारी काल में जाने से बच्चों की पढ़ाई पर खासा असर पड़ा है। इस बीच लगातार स्कूल शिक्षा विभाग बच्चों को पढ़ाई में व्यवस्थित करने के लिए कई तरह की प्रक्रिया का आयोजन कर चुका है। स्कूल शिक्षा विभाग ने अभिभावकों से भी उम्मीद जताई है कि वह भी बच्चों की साक्षरता की इस मुहिम में शामिल हो और बच्चों के बेहतर भविष्य के निर्माता की भूमिका निभाए।