Interesting Fact: आपने दुनियाभर में अलग-अलग प्रकार के जीव जंतु देखें होंगे, आप यह भी जानते ही होंगे की हर जीव जंतु की अपनी अलग विशेषता होती है। दरअसल कुछ जीव रेंगने वाले, तैरने वाले और कुछ उड़ने वाले जीव होते है। हालांकि इनमे से कई ऐसे जीव जंतु है जो आज के समय में विलुप्त होने की कगार पर हैं।
वहीं कुछ जीव जंतु ऐसे है जिनकी चर्चा अक्सर हम करते रहते हैं। दरअसल ऐसा ही एक जीव है चमगादड़ जो एक अलग विशेषता के लिए प्रसिद्ध है। आपने भी इसके बारे में सुना ही होगा, क्योकि चमगादड़ उल्टा लटककर सोने के लिए हमेशा चर्चा का विषय बने रहते हैं।
दरअसल चमगादड़ एक विशेष स्तनधारी जीव है जो आसमान में उड़ता है। उसकी विशेषता उसका उल्टा लटककर सोना है, जिसे लोगों में बहुत लोकप्रियता है। लेकिन अक्सर यह सवाल उठता है कि चमगादड़ उल्टा क्यों सोते हैं? तो चलिए आज हम इस खबर में आपके इस सवाल का जवाब देने वाले हैं।
जानिए क्यों सोते हैं चमगादड़ उल्टा?
आपको बता दें कि चमगादड़ उल्टा लटककर इसीलिए सोते है ताकि वे आसानी से उड़ान भर सके। दरअसल इन्हे जमीन से उड़ान भरने में कठिनाई महसूस होती हैं, जबकि उल्टे सोने पर उनकी उड़ान बहुत ही सरल हो जाती है। इसके अलावा, चमगादड़ अक्सर पुरानी इमारतों या किलों पर उल्टे लटककर सोते हैं, जिससे उन्हें अपने संगरोधन और सुरक्षा का अधिक सामर्थ्य मिलता है।
चमगादड़ उल्टा सोने पर भी क्यों नहीं गिरते?
वहीं चमगादड़ के उल्टे सोने पर भी न गिरने का कारण इसके नसों की बनावट में है। दरअसल इनके पैरों की नसें इसे उच्चतम सुरक्षा और स्थिरता प्रदान करती हैं, जिससे वे अपनी उल्टी स्थिति में भी टिके रह सकते हैं। इसके वजह से चमगादड़ उल्टे सोने पर भी नहीं गिरते।