ग्वालियर, अतुल सक्सेना। जिला प्रशासन ने NSUI प्रदेश महासचिव सचिन द्विवेदी (Sachin Dwivedi) को जिला बदर कर दिया है। जिला दंडाधिकारी कौशलेंद्र विक्रम सिंह (Kaushalendra Vikram Singh) ने एसपी के प्रतिवेदन पर ये कार्रवाई की है। उधर जिला प्रशासन की इस कार्रवाई पर कांग्रेस ने सवाल उठाये हैं और इसे प्रशासनिक आतंकवाद कहा है। वहीं छात्र नेता सचिन द्विवेदी का कहना है कि मुझे ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) को काले झंडे दिखाने की सजा दी गई है ।
जिला दंडाधिकारी कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने पुलिस अधीक्षक अमित सांघी के प्रतिवेदन पर 7 अपराधियों के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई की है। खास बात ये है कि जिन 7 अपराधियों पर जिलाबदर की कार्रवाई की गई है उसमें छात्र नेता NSUI के प्रदेश महासचिव सचिन का नाम भी शामिल है। यहाँ बता दें कि सचिन द्विवेदी ने पिछले दिनों राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की ग्वालियर यात्रा पर उन्हें काले झंडे दिखाये थे। इसके अलावा सचिन के खिलाफ जीवाजी विश्वविद्यालय में प्रदर्शन के दौरान सात मामले पुलिस में भी दर्ज हैं। इस कार्रवाई पर सचिन द्विवेदी का कहना है कि सिंधिया को काले झंडे दिखाने की सजा मुझे दी गई है । उधर कांग्रेस ने भी अपने छात्र नेता पर की गई प्रशासन की कार्रवाई का विरोध किया है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता एवं ग्वालियर चंबल संभाग मीडिया प्रभारी केके मिश्रा (KK Mishra) ने ट्वीट कर प्रशासन पर निशाना साधा है। मिश्रा ने कहा “ग्वालियर में श्रीअंत को काले झंडे दिखाने वाले NSUI प्रदेश महासचिव सचिन द्विवेदी को जिला बदर करना ” प्रशासनिक आतंकवाद”। कलेक्टर महोदय, कल सुबह भी होगी, जोश में होश मत खोइये, जिनके लिए आप सबकुछ कर रहे हैं, वे किसी के भी नहीं हुए हैं।