भोपाल, मध्य प्रदेश। शहर के एमपी नगर क्षेत्र से एक बाल विवाह का मामला प्रकाश में आया है। सूचना मिलने पर पुलिस और चाइल्डलाइन की टीम ने तत्काल कार्रवाई के तहत मौके पर पहुंचकर इसे रुकवाया। हालांकि, जब पुलिस और चाइल्डलाइन की टीम मौके पर पहुंची तो उन्हें पता चला कि शादी तो पहले ही हो चुकी है, अब तो गौने की तैयारी चल रही थी।
दरअसल, इस मामले की जानकारी चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर आई थी। जानकारी मिलने के बाद इस बाल विवाह को रोकने का प्रयास किया गया। हालांकि, जब एसजेपीयू (स्पेशल पुलिस यूनिट), चाइल्ड लाइन, एमपी नगर पुलिस और महिला बाल विकास की टीम मौके पर पहुंची तो पता चला कि शादी छह महीने पहले हुई थी। मंगलवार को लड़की का गौना होने वाला था। ऐसे में लड़की के नाबालिग होने की पुष्टि करने के बाद परिजनों को समझाया गया कि किशोरी के बालिग होने के बाद ही उसे विदाई दी जाए। परिवार की समझ में यह बात आ गई और उन्होंने आश्वासन देते हुए और शपथ पत्र भरकर दिया।
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चाइल्डलाइन को-ऑर्डिनेटर राशि असवानी ने बताया कि बच्ची के प्रमाणिक दस्तावेजों के मुताबिक उसकी उम्र 17 साल दो महीने है। लड़की के वयस्क होने में अभी दस महीने बाकी हैं, जबकि लड़के की उम्र 21 साल है। हालांकि, शादी करीब छह महीने पहले हो चुकी, लेकिन बाद में गौना करने की परंपरा के चलते इसे अब करना पड़ रहा है।
पिता ने बताया कि आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। घर में चार बेटियां हैं, इसलिए उन्होंने अच्छा रिश्ता देखकर बेटी की शादी करा दी। पिता पुलिस टीम से कहता रहा कि बेटी का गौना होने दो। हालांकि टीम के समझाने पर दोनों पक्ष राजी हो गए। लड़के वालों ने भी कहा कि वह बहू को लेने दस माह बाद आ जाएंगे।