ग्वालियर ।अतुल सक्सेना
शहर में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या पर रोक लगाने और इसका कम्युनिटी स्प्रेड रोकने के लिए जिला प्रशासन ने पूल सेंपलिंग की योजना बनाई है। प्रशासन अब रोज 1000 लोगों के सेम्पल लेगा। जिसमें से 500 रेगुलर और 500 पूल सेम्पल होंगे। पूल सेंपलिंग में सब्जी फल वाले, फेरी वाले,घरों में काम करने वाले, किराने वालों पर प्रशासन की खास नजर रहेगी।
कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने अंतरविभागीय समन्वय समिति की बैठक में कोविड-19 की समीक्षा करते हुए कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने एवं लॉक डाउन का पालन करने में अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा समन्वय बनाकर बेहतर कार्य किया गया है। हम अब रणनीति के तहत कम्युनिटी में कोरोना वायरस का संक्रमण और न फैले, इसके लिये पूल में सेम्पलिंग का कार्य किया जायेगा। प्रतिदिन 500 पूल एवं 500 रेग्यूलर सेम्पल लिए जायेंगे। पूल सेम्पलिंग लेने में सर्विस प्रोवाइडर के रूप में सब्जी एवं फल विक्रेता, किराना दुकानदार, मटन मार्केट, घरों में कार्य करने वाले पुरूष एवं महिला कामगार, नगरों की घनी आबादी वाली बस्तियां, बहुमंजिला इमारतों में रहने वाले लोगों के साथ विभिन्न निर्माण एवं विकास कार्यों पर कार्यरत श्रमिकों की भी सेम्पलिंग की जायेगी। सेम्पलिंग का कार्य इंसडेंट कमांडरों की देखरेख में होगा। इसके लिये इंसीडेंट कमांडर क्षेत्रवार अपनी-अपनी 15 दिन की रणनीति बनायें। उन्होंने कहा कि सेम्पलिंग के दौरान हमें उन क्षेत्रों पर भी ध्यान देना होगा जहां पूर्व में कोरोना के पॉजिटिव प्रकरण सामने आए हैं।
फीवर क्लीनिकों पर भी की जाए थर्मल स्क्रीनिंग और सेंपलिंग
सिंह ने फीवर क्लीनिकों की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले की सीमाओं पर जो फीवर क्लीनिक शुरू किए गए हैं वह विधिवत रूप से बाहर से आने वाले लोगों के थर्मल स्क्रीनिंग एवं सेम्पल लेने का कार्य भी करें। उन्होंने कहा कि शासन के निर्देशों के अनुरूप जिले में औद्योगिक एवं व्यवसायिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं। अत: सोशल डिस्टेंसिंग का पालन एवं मास्क लगाकर कार्य करें। कलेक्टर ने विकास एवं निर्माण विभागों के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि हमें प्रवासी श्रमिकों का प्राथमिकता के आधार पर उनके हुनर एवं सुविधा के अनुरूप रोजगार उपलब्ध कराना है। इसके लिये नियोजन, कारखाना प्रबंधन, ठेकेदार एवं निर्माण एजेन्सी आदि रोजगार सेतु पोर्टल पर दो दिवस में अपना पंजीयन अवश्य कराएं। बिना पंजीयन नियोजक एवं ठेकेदार द्वारा श्रमिकों को रखने पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।
सभी कार्यालयों में थर्मल स्क्रीन की व्यवस्था हो
कलेक्टर श्री सिंह ने समीक्षा के दौरान सभी कार्यालय प्रमुखों को निर्देश दिए कि सभी कार्यालयों में आने वाले लोगों को थर्मल स्क्रीन के साथ सेनेटाइजर की व्यवस्था हो। इसके लिये एसओपी का पालन हो। श्री सिंह ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि शासन से प्राप्त होने वाले दिशा-निर्देशों एवं पत्रों का पूरी गंभीरता के साथ अध्ययन करें। साथ ही प्राप्त होने वाली शिकायतों का गंभीरता के साथ निराकरण की कार्रवाई करें।