भोपाल।
3 मई को लॉकडाउन(lockdown) खुलने के साथ ही राज्य सरकार(state government) एक मॉडल(model) को आगे बढ़ाएगी जिसके साथ ही लॉकडाउन की अवधि समाप्त होने के बाद राज्य में जनजीवन को सामान्य किया जाए। प्रधानमंत्री ने सोमवार को अपने वीडियो कॉन्फ्रेंस(video conferencing) में सभी राज्य के मुख्यमंत्रियों से बैठक में कहा कि सभी राज्य के मुख्यमंत्री एक मॉडल तैयार करें और केंद्र(central) को भेजें। लॉकडाउन प्रतिबंध के साथ ही विशेष रूप से आर्थिक गतिविधियों(economic activities) को फिर से शुरू करने, आपूर्ति श्रृंखला को बहाल करने, सभी को स्वास्थ्य(health) देखभाल सुनिश्चित करने के लिए ये मॉडल तैयार किया जा रहा है। जिसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी(pm Modi) और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह(Amit shah) के साथ वीडियो कांफ्रेंस के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान(Shivraj singh chouhan) ने शीर्ष अधिकारियों से कहा कि वे पीएम के निर्देशानुसार लॉकडाउन से चरणबद्ध निकास योजना तैयार करें।
प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद मुख्यमंत्री चौहान ने मुख्य सचिव और अन्य अधिकारियों के साथ चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों को 3 मई के बाद कोरोना उपचार, तैयारी के प्रस्तावों और पीएम के निर्देशों के अनुसार आर्थिक गतिविधियों का संचालन करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने उन्हें आने वाले दिनों के लिए मॉडल तैयार करने के लिए आवश्यक कदम उठाने को भी कहा। चौहान ने कहा कि केंद्र से विस्तृत निर्देश मिलने के बाद मप्र सरकार द्वारा कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों की माने तो चौहान सरकार मप्र में 20 मई तक लॉकडाउन का विस्तार करने की योजना बना रही है। खासकर रेड जोन के अंतर्गत आने वाले जिलों में लॉक डाउन लागू रखने की योजना बन रही है। जो कोरोनोवायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित और लगातार सुधार नहीं दिखा रहा है। भोपाल(bhopal), इंदौर(indore), जबलपुर(jabalpur), खरगोन, रायसेन(raisen), होशंगाबाद(hoshangabad) और धार ऐसे जिले हो सकते हैं जहाँ लॉक डाउन बिना किसी ढील के जारी रहेगी। वहीं पिछले दो हफ्तों में जिन जिलों में कोई कोरोना पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है। उन्हें लॉकडाउन में बड़ी छूट दी जा सकती है। लेकिन स्कूल, कॉलेज, मॉल, सिनेमा हॉल बंद रहेंगे। सभी दुकानों को भी खोलने की अनुमति नहीं होगी। पान, चाय के खोखे, सैलून, ब्यूटी पार्लर को अभी खोलने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। जिला कलेक्टर की अध्यक्षता वाली जिला संकट प्रबंधन समिति इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय ले सकती है। वहीं तीसरी श्रेणी शहरों और कस्बों को हरे रंग की श्रेणी में रखा गया है। जहाँ एक भी कोरोना का मामला सामने नहीं आया है लेकिन संक्रमित क्षेत्रों के लोगों को वहाँ आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। बाहरी व्यक्ति के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया। जिसमें कोरोनोवायरस नियंत्रण और संकट से उत्पन्न स्थिति के बारे में बताया गया था। नौ राज्यों ने सोमवार को पीएम मोदी के साथ चर्चा की। इस अवसर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, अतिरिक्त मुख्य सचिव, स्वास्थ्य, मोहम्मद सुलेमान और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। प्रधान मंत्री ने मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा की। जहां कोरोनोवायरस संक्रमण की रोकथाम, आवश्यक वस्तुओं के वितरण के साथ-साथ नियंत्रण क्षेत्रों में अन्य नागरिक सुविधाएं प्रदान करने और 3 मई के बाद आवश्यक तैयारी के बारे में कहा गया।