भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में संविदा नियुक्ति (Contract appointment) को लेकर एक बार फिर से नर्सों (nurses) की मांग तेज हुई है। इसके लिए महिला नर्स बुधवार को नीलम पार्क में धरने पर बैठी हैं। उनकी मांगे है कि उन्हें संविदा स्थाई नियुक्ति दी जाए और जब तक उनकी मांग का निराकरण किया जाएगा। वह धरने पर से नहीं उठेंगी।
दरअसल बुधवार से महिला नर्सेज नीलम पार्क में धरने पर बैठी हुई है। उनका कहना है कि मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोनावरियर्स (corona warriors) के रूप में 9 महीने तक उन से काम करवाया। इसके बाद उन्हें संविदा स्थाई नियुक्ति देने की वजह सरकार ने उन्हें निकाल दिया। वही महिला नर्सेस का ये भी कहना है कि उनके काम के लिए उन्हें कोई सैटिफिकेट (certificate) भी नहीं दिया क्या।
महिला नर्सेस की मांग है कि सरकार ने संविदा या फिर स्थाई नियुक्ति दे। इसके साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ (paramedical staff) ने कहा है कि जब तक उनकी मांग का निराकरण नहीं किया जाएगा तब तक धरने पर से नहीं उठेंगी। बता दें कि इससे पहले नीलम पार्क में विभिन्न जिले से 1100 पैरामेडिकल स्टाफ बुधवार को धरने के लिए पहुंचे। जहां वह सुबह 11:00 बजे पॉलिटेक्निक चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने पैरामेडिकल स्टाफ को खदेड़ दिया। जिसके बाद उन्होंने नीलम पार्क को अपना धरना स्थल बनाया।
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ज्ञात हो कि पहले इंदौर में स्थाई रूप से अपनी सेवा दे रहे आयुष चिकित्सक व स्टाफ ने भी राज्य सरकार को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने संविदा नियुक्ति की मांग की है। इतना ही नहीं इसके साथ उन्होंने यह भी रहती है कि अगर उनकी मांग को नहीं माना गया तो गुरुवार से हड़ताल पर जाएंगे।
गौरतलब है कि इंदौर में अस्थाई रूप से करीब 300 आयुष चिकित्सक व स्टाफ अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इससे पहले उन्हें 3 माह के लिए अनुबंध किया गया था जिसके बाद तीन माह के लिए अनुबंध और बढ़ाया गया था। अब ऐसे स्टाफ की मांग है कि उन्हें परमानेंट संविदा पर नियुक्त किया जाए।
इस मामले में आयुष मेडिकल ऑफिसर चिकित्सक चंद्र प्रकाश गोयल का कहना है कि 30 दिसंबर तक के लिए एक माह का अनुबंध बढ़ाया गया है लेकिन उन्हें संविदा परमानेंट नियुक्ति की मांग की है और नियुक्ति ना मिलने पर हड़ताल पर जाने की बात की है।