मुरैना, संजय दीक्षित। मुरैना शहर में अवैध गर्भपात के नाम पर गोरखधंधा चल रहा है लेकिन मुरैना पीसीपीएनडीटी समिति को कुछ पता ही नहीं है ।इस समिति के गठन के तुरंत बाद कुछ सदस्यों ने काफी उठापटक नर्सिंग होम में की थी लेकिन कुछ समय बाद शांत बैठ गए। शहर में ग्वालियर की समिति द्वारा कार्रवाई करने से मुरैना की समिति पर सवाल खड़े हो रहे हैं। मुरैना शहर के बीचो-बीच संजय कॉलोनी में पिछले लंबे समय से गर्भपात सेंटर का संचालन किया जा रहा था।
समाजसेवी महिला मीना शर्मा ने पीसीपीएनडीटी समिति के द्वारा कोतवाली पुलिस को साथ लेकर उक्त स्थान पर छापा डलवाया तो मौके से पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन सहित अन्य उपकरण को गर्भपात में काम आने वाली दवा मौके से जप्त की गई है। वही गर्भपात केंद्र का संचालन करने वाली प्राइवेट नर्स रेखा पत्नी देवेंद्र सेंगर और एक अन्य सहयोगी दुर्गेश पुत्र कल्याण श्रीवास निवासी माता वाली गली महावीरपुरा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है ।इसके साथ ही एक व्यक्ति पड़ोसी के मकान पर सीढ़ी लगाकर भागने में सफल हो गया ।
पुलिस ने मौके से बाइक और तीन-चार मोबाइल व कुछ नगदी भी जप्त की हैं। पीसीपीएनडीटी एवं पुलिस की कार्रवाई देर रात तक चलती रही। टीआई सिटी कोतवाली चानना ने बताया कि ग्वालियर निवासी मीना शर्मा समाजसेवी एवं पीसीपीएनडीटी समिति ग्वालियर की सदस्य भी हैं। जिनके द्वारा ग्वालियर की समिति को इस संबंध में बताया गया उन्होंने चंबल कमिश्नर को अवगत कराया। इसके बाद कमिश्नर ने कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक के सहयोग से कोतवाली टीम ने पहुंचकर उक्त जगह पर छापामार कार्रवाई की। यहां कोतवाली पुलिस ने एक गर्भवती महिला और कोतवाली की महिला आरक्षक प्रीति को जांच के लिए भेजा। उन्होंने गर्भपात सेंटर संचालित करने वाली महिला रेखा सेंगर को फोन से संपर्क किया और उसने नेकी की दीवार के पास पुलिस की इन फॉर्मर गर्भवती महिला को बुलाया। उसका मोबाइल जप्त कर लिया और उसको अपने घर संजय को नहीं ले गई। वहां उसकी जांच के उपरांत बताया गया कि उक्त महिला के गर्भ में बच्ची है।
उसके बाद महिला आरक्षक प्रीति से जांच के लिए बात कराई तो वह समझ गई और उसने जांच करने से मना कर दिया। उसके बाद जो महिला जांच करा कर आई थी वहां ग्वालियर टीम व कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। वहां राधा पत्नी भरत जादौन जो कि आरोपी रेखा सेंगर की मां है ।उसके मकान की दूसरी मंजिल पर दबिश दी और मामले का खुलासा किया गया। गर्भपात जैसे घिनौने कृत्य को अंजाम देने वाली आरोपी महिला रेखा सेंगर पूर्व में डॉक्टर गर्ग के यहां काम कर चुकी है ।वहां से नर्स ने काम सीखा था। उसके बाद उसने नर्सिंग होम का काम छोड़ दिया और स्वयं सेंटर का संचालन शुरू कर दिया। इस सेंटर पर आगरा, दिल्ली, ग्वालियर, झांसी सहित आसपास के शहरों की गर्भवती महिला जांच कराने के लिए आते हैं ।जांच के लिए 7000 लिए जाते थे और अगर जांच में लड़का पाया गया तो बतौर इनाम ₹1000 एक्स्ट्रा भी लिए जाते थे। पुलिस ने भेजी महिला से भी 7000 लिए थे क्योंकि जांच में लड़की होना पाया गया ।इसलिए पैसे नहीं लिए गए थे।