भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश madhya pradesh में कमलनाथ (kamalnath) सरकार की विदाई और शिवराज(shivraj) सरकार की ताजपोशी को साल भर पूरा होने जा रहा है। इस अवसर पर कांग्रेस जहां लोकतंत्र बचाओ दिवस मनाएगी वहीं दूसरी ओर सिंधिया के बीजेपी में आने की सालगिरह पर शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan)और ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) एक साथ दोपहर का भोजन करेंगे। सिंधिया केवल इसी कार्यक्रम में शामिल होने सुबह 10:30 बजे भोपाल आ रहे हैं।
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‘सिंधिया यदि सड़क पर उतरते हैं तो उतर जाएं’, पिछले साल लगभग इसी समय कमलनाथ ने मुख्यमंत्री (chiefminister) रहते हुए यह बयान देकर सिंधिया और उनके समर्थकों के दिल खट्टे कर दिए थे। सिंधिया ने भारी मन से कांग्रेस को विदाई दी और बीजेपी ज्वाइन कर ली। सिंधिया के बीजेपी में आते ही उनके समर्थक 22 विधायकों ने भी कांग्रेस को अलविदा कह दिया और इस सारे मध्यप्रदेश में कमलनाथ की 15 महीने की सरकार गिर गई। शनिवार को भाजपा में शामिल होने का एक साल होने पर राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निवास पर दोपहर का भोजन करेंगे।
सिंधिया के साथ उनके तीन मंत्री तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत और महेंद्र सिंह सिसोदिया इस भोजन में शामिल होंगे। इसके साथ ही बीजेपी के चुनिंदा नेता भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। हालांकि सूत्रों की माने तो सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आने वाले सभी विधायकों को भी इस लंच में आमंत्रित किया गया है। इस बात की भी पूरी उम्मीद है कि बीजेपी के कुछ नेता भी इस अवसर पर आमंत्रित रहेंग
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वहीं दूसरी ओर कमलनाथ के नेतृत्व में शनिवार को कांग्रेस लोकतंत्र बचाओ दिवस मना रही है। शुक्रवार को विभिन्न ट्विटर के माध्यम से सिंधिया और उनके समर्थकों के खिलाफ हमले किए गए और एक बार फिर उन्हें जमीर बेचकर पार्टी का सौदा करने वाले लोग बताया गया। कमलनाथ समर्थक लोगों के बीच यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि कमलनाथ ने कुर्सी तो छोड़ दी लेकिन उसूलों से समझौता नहीं किया क्योंकि जो काम बीजेपी कर रही थी वह कमलनाथ भी कर सकते थे। लिहाजा सबकी नजरें शनिवार को सीएम हाउस पर रहेंगी जहां पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच क्या गुफ्तगू होती है और उससे क्या नए राजनीतिक समीकरण बनते हैं यह साफ तौर पर समझ में आएगा।