MP: उच्च माध्यमिक शिक्षा भर्ती 2023 के चयनित मेरिट होल्डरों ने मंगलवार को डीपीआई आयुक्त को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने तुरंत नियुक्ति आदेश जारी करने की मांग की। चयनितों ने बताया कि उनकी पात्रता परीक्षा फरवरी 2023 में आयोजित की गई थी और चयन परीक्षा अगस्त में हुई थी। रिजल्ट और चयन सूची 20 फरवरी को जारी की गई, लेकिन अब 18 महीने हो चुके हैं और भर्ती प्रक्रिया अभी भी पूरी नहीं हुई है। चयन सूची के जारी हुए 5 महीने हो चुके हैं और दस्तावेज सत्यापन भी पिछले महीने पूरा हो चुका है, फिर भी नियुक्ति आदेश अब तक जारी नहीं किए गए हैं।
शिक्षकों की कमी से छात्रों और बोर्ड रिजल्ट पर असर
मेरिट होल्डरों का कहना है कि प्रदेश के स्कूलों में नया शैक्षणिक सत्र शुरू हुए एक महीना हो चुका है, लेकिन शिक्षकों की कमी के कारण छात्रों की नाराजगी बढ़ गई है और उनका भविष्य अज्ञात स्थिति में है। अभिभावकों की उम्मीदें भी धूमिल हो रही हैं, और सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या घट रही है। इसका नकारात्मक प्रभाव बोर्ड परीक्षा के परिणामों पर भी पड़ रहा है, जो लगातार गिरते जा रहे हैं।
नियुक्ति में देरी से आर्थिक और मानसिक चिंता
चयनितों का कहना है कि वे आर्थिक और मानसिक दोनों रूप से परेशान हो चुके हैं। भविष्य की योजना बनाना मुश्किल हो गया है, और अपने बच्चों के एडमिशन में भी मुश्किलें आ रही हैं क्योंकि नियुक्ति में देरी होने पर फीस, कोर्स और यूनिफॉर्म सब बदल जाते हैं। उनकी मांग है कि तुरंत नियुक्ति आदेश जारी किए जाएं ताकि वे स्कूलों में जाकर छात्रों के सम्पूर्ण विकास में योगदान दे सकें।
DPI आयुक्त ने नियुक्ति आदेश जल्द जारी करने का आश्वासन दिया
डीपीआई आयुक्त ने आश्वासन दिया है कि विभाग इस समय नियुक्ति आदेश जारी करने की प्रक्रिया में व्यस्त है और ये आदेश 25 जुलाई के बाद जल्द ही जारी किए जाएंगे। ज्ञापन सौंपने वालों में परागवत्स शर्मा, शिवेंद्र पांडे, डॉ. हेमलता, विवेक, हरी वर्मा, ज्योति चतुर्वेदी, पारुल डाबी, रोबिन अग्रवाल, दीपक कुमार, डॉ. प्रहलाद मीना, राजीव त्रिवेदी, सोनू मालवीय, नेहा बिमला, प्रीति साहू, सुनील परमार, इंदर कदम, सीमा पाटक, दीपा राठौर, अरविंद पंवार, चंद्रकांत बिसेन, रविंद्र चौहान, मोनिका राठौर, मीना वर्मा, दीपक रजक, जसपाल गोयल और कई अन्य चयनित मेरिट होल्डर शामिल थे।